पर्यूषण पर्व में पक्खी पर्व पर कल्पसूत्र का वाचन व सामूहिक आयम्बिल का धर्मावलंबियों ने किया आयोजन

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रितेश गुप्ता, थांदला
पर्यूषण पर्व में पक्खी पर्व पर श्री कल्पसूत्र का वाचन किया गया जिसकी अष्टप्रकारी पूजन एवं कल्पसूत्र को वोहराने की चढ़ावा बोला गया जिसका लाभ पानकुंवर बाई बाबुलाल पीचा परिवार थांदला द्वारा लिया गया। प्रात: गाजे बाजे के साथ लाभार्थी परिवार द्वार कल्पसूत्र को अपने निवास स्थान ले जाया गया जहां कल्पसूत्र को वधाकर अक्षत से गहुली कर अपने निवास पर लाया गया। संघ पूजन के पश्चात श्री कल्पसूत्र को बडे जैन मन्दिर(पोषद भवन) पर लाया गया एवं लाभार्थी परिवार द्वारा अष्टप्रकारी पूजन को गई। प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी चोदस (पक्खी) पर आखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद शाखा थांदला द्वारा सामूहिक आयम्बिल का आयोजन किया गया जिसमे 20 आयम्बिल तप हुए। पर्यूषण महापर्व के दौरान भगवान महावीर स्वामी का जन्म वान्चन केशरिया नाथ जैन मन्दिर थांदला मे मनाया गया, जहां सपना जी की,भगवान को झुलाने एवं आरती की चढ़ावा बोला गया। सुरत से पधारे स्वाध्यायी भाई धवल एवं राज द्वारा भगवान का जन्म वान्चन किया गया। इस अवसर पर भगवान की एवं गुरुदेव की आकर्षक अंगरचना संघ के युवा मंडल उज्जवल लुक्कड, अर्पित लुणावत, नमन चात्तर, हर्षित मोदी, चंचल भंडारी, वैभव छिपानी द्वारा की गई। जन्मवाचन के अवसर पर मंदिर जी को फूलों से सजाया गया जिसका चढ़़ावा एवं भगवान एवं गुरुदेव की आंगी का चढ़ावा श्रीमान वर्धमान मयूर तलेरा परिवार द्वारा लिया गया। वही मंगल दीवों की आरती रमणलाल मूथा परिवार, भगवान की आरती आनंदीलाल पोरवाल परिवार, गुरु देव की आरती सुशीला प्रफुल्ल कुमार पोरवाल परिवार की बोली का चढ़ावा लिया।