धूमधाम से निकली भगवान काशी विश्वनाथ की शाही सवारी

- Advertisement -

झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
श्रावण मास के अवसर पर नगर की पश्चिमी सीमा मां पदमावती के तट पर स्थित राजमाता देवी अहिल्याबाई व्दारा स्थापित प्राचीन काशी विश्वनाथ महादेव की परम्परागत रूप से निकलने वाली भव्य शाही सवारी प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सोमवार सायं 4 बजे रूद्राभिषेक की महाआरती के साथ गाजे बाजे, ढोल ताशे की धाप पर कडाबीन तोप की सलामी के साथ नगर के परम्परागत मार्गो से निकली। इस दौरान सवारी का नगर में जगह .जगह स्वागत किया गया, बडी संख्या में श्रद्धालु सवारी मार्ग पर जमें हुए थे। सवारी में युवाजन डीजेएंव ताशे की धुन पर थिरकते हुए चल रहे थे तो वही स्थानीय लक्ष्मी बैंड व्दारा दी गई भक्ति गीतों की प्रस्तुती ने सवारी मार्ग शिवमय हो गया। भूतों की टोली के साथ नृत्य करते हूए भोलेनाथ का वेश धारण कर चल रहे युवा आकर्षण का केन्द्र रहे। उज्जैन से आई झांझपार्टी ने सभी के साथ समां बांधा ।
भव्य स्वागत व आरती
सवारी मार्ग पर गुरुव्दारा भजनाश्रम, शांति आश्रम, रामजी मन्दिर, हरि मन्दिर, सावरिया सेठ मन्दिर, चारभुजानाथ मन्दिर, अम्बिका माता मन्दिर, ऋषभदेव नृसिंह मन्दिर पर परम्परागत आरती उतारी गई वही गवली मोहल्ला में गवली समाज नवयुवक मंडल की ओर से फकीरा गवली, कन्नु मोरिया, मठवाला कुआं चौराहे पर अम्बिका माता मित्र मंडल, जवाहर मार्ग पर सिद्धि विनायक गणेशोत्सव समिति के तेजमल राठौड, प्रणव परमार, नितेश राठौड, आशीष राठौड द्वारा दूध एंव फरियाली खिचडी, आजाद चौक पर पराग नागर, शशांक पीचा, तनुज कंकरिया, पियुष नागर, कुलदीप व्यास, मित्र मंडल द्वारा ठंडाई का वितरण कर स्वागत किया। सम्पूर्ण सवारी मार्ग पर प्रसादी का वितरण किया गया। इस अवसर पर विधायक कलसिंह भाबर, रामायण मंडल के अध्यक्ष किशोर आचार्य, कमलेश नागर, ओमप्रकाश शर्मा, लक्ष्मण राठौड़, अशोक अरोरा, गणराज आचार्य, विश्वास सोनी, महेश नागर, राकेश सोनी, अक्षय भट्ट, जितेन्द्र धामन समेत बडी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
स्वस्थ्य एवं स्वच्छ राजननीति का दिया परिचय
नगर में नगर परिषद चुनाव के चलते चुनावी माहौल में चुनावी मैदान मे उतरे प्रत्याशीयों ने भी शाही सवारी में उपस्थित हो धर्म लाभ लिया परन्तु इस धर्म यात्रा का वह क्षण नगर के हर व्यक्ति के मन को भा गया जब तिनों अध्यक्ष पद दावेदार बंटी डामोर, जसंवत भाबर, दिलीप डामोर एक साथ शाही सवारी में एक साथ बाबा भोलेनाथ की सवारी में चलते दिखाई दिये। अपने दल बल से परे स्वच्छ एवं स्वस्थ राजनीति का यह दृश्य उपस्थित नगर की जनता एवं बाद में सोशयल मीडिया द्वारा सर्वाधिक पसंद किया गया।