टिकट वितरण से हताश होकर सांसद प्रतिनिधि कादर शेख व जिला कार्यकारिणी सदस्य मोइनुद्दीन व अनुसूचित जाति के संयोजक मनीष अहिरवार ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा

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 झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-

एक ओर जहां पुरी चुनावी सरगर्मी मे कांग्रेस की एकजुटता की बाते की जा रही थी वही टिकट का एलान होते ही बगावत का दौर शुरु हो गया है| सांसद प्रतिनिधि कादर शैख एवं जिला कार्यकारिणी सदस्य मोइनुद्दीन का कांग्रेस पार्टी एवं कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दिया साथ ही सहयोगी समर्थको ने पार्टी छोडने का एलान किया| दोनो कांग्रेसी पदाधिकारियों को वार्ड नंबर 12 में दो में से किसी को टिकट नहीं मिलने के कारण दिया इस्तीफा उनका कहना है कि सूची में सिर्फ एक ही नाम उनका तय था। भोपाल की सूची की कॉपी भी उपलब्ध है जिसमें वार्ड नंबर 12 से सांसद प्रतिनिधि का फाइनल टिकट होने के बावजूद स्थानीय नेताओं की साजिश के चलते अंतिम वक्त पर बी फॉर्म काटकर सबसे कमजोर व्यक्ति को टिकट दिया जबकि सदस्य मोइनुद्दीन एवं कादर शैख पिछले 30 वर्षों से कांग्रेस की सेवा कर रहे हैं एवं इनके पिताजी फक्कड़ चाचा , नाकु सेट , बाबूलाल चौहान , अकरम गांधी , नारायण भट्ट , अली हुसैन कल्याणपुरा वाला कांग्रेस के वफादारों में से एक थे । कांग्रेस के चापलूस-खोर नेताओं ने इसकी भी परवाह न करते हुए वार्ड नंबर 12 से कमजोर एवं दागी उम्मीदवार को प्रत्याशी बनाया । उक्त दोनो कार्यकर्ताओ अपना लिखित इस्तीफा दिया |

कांग्रेस अनुसूचित जाति संयोजक मनीष अहीरवार द्वारा पार्टी द्वारा टिकट न दिये जाने पर पार्टी के प्रति अपनी नाराजगी जताते हुए अपना इस्तीफा दिया व निर्दलीय चुनाव लडने का एलान किया| उनका कहना है कि उन्होने पार्टी की सेवा निष्ठावान कार्यकर्ता के रुप मे कि थी परंतु पार्टी द्वारा बाहर के वार्ड के व्यक्ति को देकर उनकी निष्ठा पर ठेस पहुंचाई है|