आखिर क्यों अटका पड़ा है बायपास ?

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
किसी भूखे के मुंह के पास निवाला लाकर बस रोक दिया हो उसी तरह थांदला नगर के बरसों के इंतजार के बाद आए बायपास का काम इसी तरह रुका पड़ा है। बायपास हेतु नवीन ब्रिज तैयार हो चुका है रोड हेतु टेंडर होकर वर्क ऑर्डर आ चुके हैं। मगर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण न होने कारण बायपास लटका पडा है जिस कारण हजारों वाहनों की आवाजाही नगर के मध्य से हो रही हैं जो रोजाना छोटी बडी दुर्घटनाओं को न्योता दे रही है। जिम्मेदारों का कहना है कि प्रक्रिया बस अपने अंतिम चरण मे है कुछ ही दिनों में बायपास का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
बायपास भी प्रभावित करेगा नगर को-
जी हां, बायपास से कुछ हद तक नगर के एमजी रोड को राहत तो मिलेगी मगर नगर का पुरानी नगर पंचायत तिराहा बहुत अधिक वाहनों की आवाजाही को सहेगा व नगर के लोगों को इस ट्राफिक से होकर सरकारी दफ्दरों, कालेज, स्कूलों एवं तीन से अधिक कॉलोनियों में पहुंचना होगा। इस बायपास के बीच पशु चिकित्सालय, न्यायालय, मामा बालेश्वर दयाल बालोद्यान, तहसील कार्यालय, जनपद कार्यालय, नगर परिषद कार्यालय, कन्या व उत्कृष्ट विद्यालय, दशहरा मैदान, इंद्रपुरी कालोनी, संजय कालोनी, विवेकानंद कालोनी, अणु नगर व तीन निजी स्कूलों व कॉलेज पहुंचने हेतु नगर वासियों को इस बायपास मार्ग से गुजरना होगा।
तिराहा बनेगा व्यस्त चौराहा-
पुरानी नगर परिषद तिराहा जो कि बायपास बनने के बाद अतिव्यस्त बायपास चौराहा बन जाएगा। झाबुआ मार्ग से आने वाले वाहनों के अलावा अन्य मार्गो के वाहनों की आवाजाही भी इस चौराहे पर बढ़ेगी। चूंकि बायपास बनने से पेटलावद मार्ग से आने वाले वाहन जो कि रतलाम मार्ग-लिमडी मार्ग या राजस्थान की ओर जाने के लिए एमजी रोड से गुजरते है वे भी अब बायपास पर जाने हेतु इसी पुरानी नगर परिषद चौराहे से बायपास लेकर गुजरेंगे जिससे निश्चित ही इस चौराहे पर वाहनों का दबाव बढ़ेगा, लेकिन अगर पेटलावद रोड से फ्लाइ ओवर बना दिया जाए जो बायपास से मिला दिया जाये तो इस समस्या का भी निदान किया जा सकता है। अब देखना यह है कि सरकारी दस्तावेजों में फंसा बायपास रुपी निवाला भूखे थांदला नगर की भूख मिटाएगा या यूं ही ललचाता रहेगा।