राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग की सराहनीय पहल, वयोवृद्ध श्रवण बाधित मोहनलाल को कान का उपकरण प्रदान किया

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जितेन्द्र राठौड़, झकनावदा

 जिले के ग्राम झकनावदा में पिछले लंबे समय से एक वृयोवद्ध कच्चे मकान में अकेले ही अपना जीवन यापन कर रहे है। वह घर पर ही छोटा-मोटा लुहार का व्यवासय पर प्रतिदिन दो समय की रोटी ओर अन्य खर्चें का जुगात करते है।
जब राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रतिनिधि प्रदेश अध्यक्ष मनीष कुमट (जैन) को जानकारी मिली कि उक्त व्यक्ति आत्मनिर्भर होकर अपना गुजरा बुढ़ापे में भी कड़ी मेहनत कर स्वयं कर रहे है और वह श्रवण बाधित होकर उन्हें अपनी दैनिक दिनचर्या और व्यवसाय में इस कारण काफी दिक्कते आती है, तो उन्होंने उक्त निर्धन वर्ग के वृद्ध मोहनलाल पिता नानूराम लोहार के लिए कान में सुनने की मशीन की व्यवस्था कर यह मशीन 1 नवंबर, रविवार को मप्र के स्थापना दिवस पर इन बुजुर्ग के जज्बे को सलाम कर उन्हें यह मशीन स-सम्मान आयोग के प्रतिनिधि प्रदेश अध्यक्ष मनीष कुमट (जैन) के साथ संभागीय सचिव गोपाल विश्वकर्मा ने भेंट की। इस अवसर पर क्षेत्र के समाजसेवी राजेंद्र मिस्त्री, पंकज राठौड़ एवं हीरालाल मेघवाल भी उपस्थित रहे।
मोहनलाल के हौंसले और जज्बे को किया सलाम
सभी ने मोहनलाल के जज्बे को सलाम करते हुए भविष्य में भी कोई जरूरत होने पर हर संभव मद्द करने हेतु आश्वास्त किया। ज्ञातव्य रहे कि आयोग के पदाधिकारी एवं सदस्य समय-समय पर निर्धन वर्ग के महिला-पुरूषो के साथ दिव्यांगजनों की भी मद्द करते हुए उन्हें ट्रायसिकल, वृद्धां को वृद्धावस्था पेंशन एवं विधवा महिलाओं को विधवा पेंशन दिलवाने के साथ शासन की समस्त योजनाओं का लाभ दिलवाने हेतु भी कृत-संकल्पित रहते है।