शासकीय शिक्षक पर फर्जी रजिस्ट्रियां करवाने पर धारा 420 व 120 के तहत एफआईआर दर्ज

May

भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर
शासकीय शिक्षक होते हुए जमीनों की दलाली कर अवैध रुप से कृषि भूमि के प्लाटों को बेचता और खरीदता के एक मामले में शिक्षक हनीफ पटेल पर मेघनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई। गौरतलब है कि मेघनगर के एक स्टाम्प वेंडर से सांठगांठ कर इसी तरहा की सैकड़ों फर्जी रजिस्ट्रियां करवा कर मध्यप्रदेश शासन की लाखों की स्टाम्प ड्यूटी की चोरी भी की गई। राजस्व विभाग भी शक के घेरे में मेघनगर में इस तरह की फर्जी रजिस्ट्रियां वर्षों से धड़ल्ले से हो रही है और एक आम व्यक्ति को अपनी थोड़ी सी जमीन की रजिस्ट्री करवाना उसके बस की बात नहीं है। भू माफियाओं द्वारा मेघनगर पंजीयन कार्यालय से मिलीभगत कर वर्षों से अवेध रजिस्ट्रीया हो रही है। वर्षों से हो रही फर्जी रजिस्ट्रीया वाले मामले को मीडिया ने अनेकों बार उठाया था और मामले को अनेकों बार सुर्खियों में लाने के बाद भी विभागीय अधिकारियों के कानों परजूं तक नहीं रेंगी, जिसकी वजह से आम जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पंजीयन कार्यालय और राजस्व अधिकारियों की सांठगांठ के बिना फर्जी एव अवैध रजिस्ट्रीया करवाना असंभव है। कई भोले-भाले लोग इनके शिकार भी है। शासकीय भूमि को आपना बताकर इन लोगो ने भोले भाले लोगो से लाखों रुपए ऐठ लिए है। यह भू माफिया अपने जाल में फंसा कर अनेक फर्जी रजिस्ट्रीया करवा चुके है, जिसका अन्त में खामियाजा इसी तरह भोले भाले लोगो को उठाना पडता है। कई बार तो बिना मौके की भूमि की फर्जी रजिस्ट्रियां भी राजस्व विभाग की मिलीभगत से इन शातिर भू-माफिया द्वारा करा दी जाती है। मेघनगर विकासखंड के रंभापुर रोड चौड़ीकरण के बाद यह मामला प्रकाश में आया। सूत्र बताते हैं कि यह भूमाफिया जमीनों की चतुर सीमा ही बदल दिया करते हैं ।साथ ही स्टाम्प ड्यूटी की चोरी भी लाखों में कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार शासन के नुमाइंदे ले देकर चुप्पी साधे हुए हैं। जिले के मुखिया अगर मेघनगर की तमाम जमीनों की बारीकी से जांच करें तो हजारों फर्जी मामले उजागर हो सकते हैं।
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