वेतन विसंगति को लेकर जिलेभर के 300 लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल 23 से

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विपुल पंचाल, झाबुआ
प्रांतीय आव्हान 23 जुलाई से जिले का लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की विभिन्न मांगों में 1981 से वेतन में चली आ रही विसंगति को सुधारना प्रमुख है। वेतन विसंगति को लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पूर्व में रमेशचंद्र शर्मा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया था, जिसकी रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के बाद भी आज तक रिपोर्ट में की गई अनुशंसाओं का अमल नहीं किया गया। इसी के साथ 1981 से ही लिपिकों की उपेक्षा की जा रही है। गौरतलब है कि वर्तमान में लिपिकों का वेतन ग्रेड 1800 रुपए जो एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के बराबर है। इसी को लेकर जिले के लगभग 300 लिपिक 23 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। पूर्व में भी 2 दिनी हड़ताल से समस्त कार्यालयीन कार्य प्रभावित हो चुके हैं। 23 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल में कलेक्टर कार्यालय, राजस्व विभाग, आदिवासी विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, जल संसाधन विभाग के समस्त लिपिक इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में सहभागी बनेंगें। इसके लिए सभी कर्मचारियों ने विधिवत शाखा चाबी के साथ आवेदन पत्र कार्यालय प्रमुख को प्रस्तुत कर दिए हैं। इसी के साथ कलेक्टर को भी हड़ताल की जानकारी दे दी गई है।