विलुप्त प्रजाति के जीव पॉम सिवेट का शिकार कर रहे 6 युवको को वन विभाग की टीम ने धरदबोचा; इन धाराओ में कैस दर्ज

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सलमान शैख़@ झाबुआ Live
वन विभाग की टीम ने बामनिया के ग्राम गोदड़िया-वालनपाडा में माही नदी के पास 6 युवको को विलुप्त प्रजाति के जीव पाम सिवेट के शिकार के दौरान रंगेहाथों गिरफ्तार किया।
वन विभाग की टीम ने मुखबिर से मिली सूचना पर यह कार्यवाही की है। जिसमे रवी पिता रामिरनाथ गोयल, नीरू पिता सायर नाथ, विक्रम पिता कंवरनाथ, अर्जुन भाटी, दिलीप पिता कालू गोयल को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2, 9,39 व 48 (A), 51 के तहत वन अपराध पंजीबद्व किया गया। कार्यवाही में बिट गार्ड विजयसिंह सोलंकी, धीरज गुर्जर, गोपालसिंह सिसोदिया, तारसिंह भाभर सहित पूरी टीम की सराहनीय भूमिका रही।
क्या है पॉम सिवेट:
कॉमन पॉम सिवेट को एशियन पॉम सिवेट के नाम से भी जाना जाता है। यह बिल्ली के आकार का स्तनधारी है। यह दक्षिण एशियाई उष्ण कटिबंधीय वर्षा वनों में पाया जाता है। यह हिमालय व दक्षिणी चीन के साथ फिलीपीन्स, मलाया प्रायद्वीप और इंडोनेशियाई द्वीपों में भी पाया जाता है। यह घने जंगलों, कृषि क्षेत्रों और मानव के आस-पास भी पाया जाता है। इसे भारत मे बिज्जू या वनसर के नाम से पहचाना जाता है। इसका वजन करीब 3.2 किलोग्राम होता है। इसकी पूंछ 19 इंच लंबी होती है। यह रेपटाइल्स, अंडे व कीटाणुओं के साथ फल भी खाता है।
निशाचर प्रवृत्ति के इस स्तनपायी वन्यप्राणी को दिन अथवा दोपहर के समय देख पाना बेहद मुश्किल होता है। एकांतप्रिय यह वन्यप्राणी किसी की आहट सुनते ही जमीन की खोह अथवा अपने आवास में दुबक जाता है। रात के अंधेरे मेंं शिकार के लिए यह मांसाहारी वन्यप्राणी बाहर निकलता है।