मामला 27 करोड़ रुपए से निर्मित होने वाले छात्रावास भवन का

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झाबुआ लाइव के लिए परवलिया से हरीश पंचाल की रिपोर्ट-
एक तो प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान वनाधिकार के पट्टे बांट रहे हैं वही दूसरी ओर मोरझरी गांव में बरसों से सरकारी भूमि पर खेती कर रहे ग्रामीणों की फसलो पर जेसीबी मशीन चलाकर नष्ट कर दिया। मामला मोरझरी गांव का है जहां पर बरसों से खेती कर रहे किसानों की फसलों पर इसलिए जेसीबी मशीन चला दी क्योंकि जिस जमीन पर वह खेती कर रहे थे वह सरकारी की है और शासन यहां पर 27 करोड़ रुपए की लागत से छात्रावास भवन बनाना चाहती है। मोरझरी में सरकारी जमीन को लेकर कई बार प्रशासन ने ग्रामीणों से इस जमीन पर खेती नहीं करने की समझाइश दी थी परंतु इस बार भी बारिश के साथ ही ग्रामीणों ने मक्का की फसल की बोवनी कर दी जिसके बाद प्रशासन ने आज जेसीबी मशीन से किसानों की लहलहा रही फसलों पर जेसीबी चला दी। इस घटना के बाद किसानों ने जमकर आक्रोश दिखाया व प्रशासन पर गोफन से पत्थर चलाए। इसके बाद एसडीएम एनएस दर्रो पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए। जिससे ग्रामीण भाग खड़े हुए। इसके बाद ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वे बरसों से इस जमीन पर खेती कर रहे हैं और उन्हें यहां जबर्दस्ती हटाया जा रहा है जबकि इस जमीन से ही उनकी रोजी-रोटी चलती है। उधर प्रशासन का कहना है कि ग्रामीणों को सरकारी भूमि पर खेती नहीं करने के लिए कई बार समझाइश दी गई लेकिन वे नहीं मान रहे थे और यह 18 एकड़ की भूमि शासन की है तथा यहां पर सरकारी छात्रावास निर्मित किया जाएगा जिससे की आसपास के क्षेत्रों के बच्चों को पढ़ाई में सुविधा होगी।