प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पांचवीं बार मिला कायाकल्प पुरस्कार

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भूपेंद्र नायक, पिटोल

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित कायाकल्प अभियान के अंतर्गत पिटोल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पुरस्कृत किया गया l भोपाल के मिंटो हाल में कार्यक्रम में पिटोल स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अंतिम बडोल को कायाकल्प एवं एन क्यू ए एस अवार्ड वितरण समारोह मे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान , स्वास्थ्य मंत्री  डाॅ. प्रभु राम  चौधरी, अपर प्रमुख सचिव मोहम्मद सुलेमान एवं स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े मध्यप्रदेश शासन स्वास्थ विभाग द्वारा झाबुआ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिटोल  को वर्ष  2017 से लगातार उत्कृष्ट कार्य कर कायाकल्प मापदंड अनुरूप संस्था को बनाए रखने पर डाॅ अंतिम बडोले संस्था प्रभारी को लगातार पांचवी बार कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित किया गया। 

कायाकल्प अभियान के अंतर्गत देश के विभिन्न अस्पताल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उसके उत्कृष्ट सेवा स्वच्छता सर्वेक्षण आदि विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखकर पुरस्कृत किया जाता है। पिटोल अंचल के 25 गांव के अलावा झाबुआ राणापुर कल्याणपुरा मेघनगर विकासखंड के ग्रामीण लोग भी पिटोल स्वास्थ्य केंद्र में प्रस्तुति एवं समुचित इलाज के लिए आते हैं। इसके अलावा पिटोल बॉर्डर से लगे गुजरात के राज्य के कई गांव के लोग भी पिटोल प्राथमिक सेल स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए आते हैं। यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 2015 से पहले छोटा था परंतु 2015 के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मूलभूत सुविधाओं सुविधाएं बढ़ने के कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर योग्य डॉक्टर होने से क्षेत्र के ग्रामीण मरीजों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी राहत होने लगी है। स्वास्थ्य केंद्र पर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अंतिम बडोले के साथ सहयोगी डॉक्टरों के एवं संपूर्ण नर्सिंग एवं स्टाफ 24 घंटे सेवाएं देते हैं जिसके कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज आते हैं अपना इलाज कराते हैं। वहीं महीने में आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो 300 से अधिक गर्भवती महिलाओं की प्रस्तुतियों होती है इन महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र द्वारा उचित पोषण आहार समय-समय पर फल फ्रूट आदि व्यवस्थाएं मेडिकल अधिकारी की निर्देशन में दिया जाता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिटोल पर सुविधाओं के साथ अच्छी सेवा के लिए भी सराहनीय काम किया जा रहा है। अस्पताल परिसर में  पर्यावरण को संतुलित करने के लिए बगीचा बनाया गया है जिसमें विभिन्न प्रकार की औषधियों के पौधे लगाए गए हैं और पूरा परिसर हरा भरा दिखाई देता है वही साफ सफाई के मामले में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी काफी मेहनत करते है।