पलासड़ी में रावण दहन में जुटे हजारों, प्रशासन ने दी मेले की मान्यता

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झाबुआ लाइव के लिए पारा से राज सरतलिया की रिपोर्ट-
ग्राम पंचायत पलासडी संभवतया जिले की एक मात्र ऐसी ग्राम पंचायत है जहां पर हर पर्व को उल्लास के साथ मनाया जाता है। सरपंच सरदारसिंह डावर बेहद ही ऊर्जावान जनप्रतिनिधि होकर अपने ग्राम में जनता मे जनजागृति के लिए विभिन्न आयोजनों के माध्यम से गा्रम की पहचान पूरे जिले मे बनाने में कामयाब हुए है। पारा के निकट पलासड़ी में दशहरे के पावन पर्व पर रावण दहन का भव्य आयोजन हुआ। दूर दराज के आदिवासी बंधु हजारो की संख्या में इस कार्यक्रम को देखने पहुंचे, ओर इस धर्ममय आयोजन का लाभ लिया, प्रतिवर्ष पलासड़ी के सरपंच सरदारसिंह डावर 50 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन कराते हैं। उनका इस कार्यक्रम को कराने का मुख्य उद्देश्य यही है कि आदिवासी ओर ग्रामीणोंं को शहर की तरह विजयादशमी के दिन मनाए जाने वाले इस मेले को गांव में देखने का अवसर मिले ताकि गांव के बच्चे और बुजुर्ग भी इस कार्यक्रम को अपने गांव मे देख सके। इसके लिये उन्होंने दशहरे के इस मेले को झाबुआ कलेक्टर आशीष सक्सेना से निवेदन कर मेला एवम तीर्थ प्राधिकरण मप्र द्वारा मेले का दर्जा दिलवाया ताकि भविष्य में इसे निरन्तर जारी रखा जा सके। इस बार विशाल राम लक्ष्मण हनुमान वानर सेना हजारों की संख्या में डीजे पर नाचते हुवे जय श्रीराम का उद्बोधन करते चल रही थी। आदिवासी लोक गीत गायक शशांक तिवारी ने भी राम भजनों से समा बांधा हजारो की संख्या में महिलाएं आदिवासी नृत्य करती हुई साथ चल रही थी। ड्रोन कैमरे से शूटिंग की जा रही थी, अमझेरा के अखाड़ा दल ने अपनी प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य शैलेष दुबे, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, झाबुआ नगर मंडल अध्यक्ष बबलू सकलेचा, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष इरशाद कुरैशी, राजेश डावर (जिलाकार्रवाहक),पूर्व पार्षद सईदुल्लाह खान,भील सेवा संघ अध्यक्ष मुकेश अजनार पूर्व पार्षद नंदलाल रेड्डी,निर्मल जैन(आस्था), संदीप पाल, अर्जुन चौहान, दीप्तिन मकवाना उपस्थित थे। शैलेष दुबे ने इतनी अधिक संख्या में पधारे आदिवासी भाइयों को देखकर मंच से इस आयोजन की बधाई दी एवं ग्रामवासियों को दशहरे का महत्व बताते हुवे बुराई एवम अहंकार को अपने बीचे पनपने न देने की बात कही और दशहरे की बधाई दी,जनपद सदस्य सावित्री डावर ने सभी आदिवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं देते हुवे इसे रावण का अंत नही बताते हुवे बुराई एवं अहंकार का अंत बताया। कार्यक्रम में मुख्य सहयोग कानजी ढाकिया सचिव पलासड़ी, सज्जनसिंह अमलियार सरपंच आम्बा, वेस्ता जमरा बावड़ी, अमरसिंह मेड़ा सरपंच कलमोड़ा, अनिल वसुनिया सरपंच पिथनपुर,बच्चु सिह निनामा सरपंच धमोई, राजेश पवेसिंह पारगी कोदरिया मेड़ा, गमीर डावर, मगन बबेरिया, कमलेश मावी, भारतसिंह डावर,छगन डावर राकेश डावर विनोद मेड़ा, राजू डावर, कालू डावर, विकास डावर,अनिल बामनिया राजकुमार बामनिया, कालू बामनिया नानबु डावर, सुनील डावर, नवलसिंह डावर लालू डावर का रहा। अंत मे सरपंच सरदार सिंह डावर ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आदिवासी बंधुओ समस्त अतिथियों, मीडिया कर्मियों, पुलिस प्रशासन एवं सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।