एसडीएम का तानाशाह रवैया; RSS के रतलाम-झाबुआ विभाग के प्रमुख से की बदत्तमीजी; पेटलावद में हो रहा विरोध…

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सलमान शैख़@ झाबुआ Live
पेटलावद। इन दिनों पेटलावद शहर में एक अफसर की खास चर्चा है। वो हैं एसडीएम डॉ. अभयसिंह खरारी।
जिला मुख्यालय पर अपनी भाषाशैली और कार्यवाही से हमेशा विवादों में रहे इन एसडीएम साहब ने बीती रात पेटलावद में भी एक नए विवाद को जन्म दे दिया। अब किसी मकान में दुकान ओर घर मे जाने का रास्ता एक ही हो तो भला वह परिवार क्या करेगा।
बीती रात पीपाड़ा गली में आकाश चौहान के घर पर शटर को लेकर एसडीएम की और उनकी खूब नोकझोंक हुई और एसडीएम ने उनके साथ बत्तमीजी तक कर दी।

मामला दरअसल, यह है कि उनके घर मे जाने का रास्ता और शटर के एक हिस्से से ही है। चूँकि आगे टेलरिंग के कार्य की दुकान है, इसलिए रास्ता एक छोटी शटर से होकर जाता है। रात में बड़ी शटर तो डाउन थी, लेकिन छोटी शटर खुली थी, तभी यह एसडीएम वहां से गुजरे तो अपनी धौंस जमाने के लिए डंडा लेकर उस छोटी शटर को बन्द कराने उतर गए, फिर क्या था श्री चौहान और उन साहब में विवाद शुरू हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि आज एसडीएम के तानाशाह रवैये को लेकर पेटलावद के नागरिक लामबंद हो रहे है।
आपको बता दे कि श्री चौहान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रतलाम विभाग के शारीरिक शिक्षण प्रमुख है और उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ 3 महीने जो लॉक डाउन था उसमें समाज के हर उस तबके तक मदद पहुंचाई जिस पर किसी की नजर नही गई थी। वहीँ उनके समक्ष आने वाला हर वह व्यक्ति कभी निराश नही लोटा। उनके घर पर हमेशा ही जरूरतमन्दों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में एसडीएम अभय खराड़ी का ऐसा व्यवहार पूरे पेटलावद के नागरिकों को पसंद नही आया। यही वजह है कि एसडीएम खराड़ी के विरोध में पेटलावद के नागरिक लामबंद हो रहे है।
आपको यह भी बताते चले कि झाबुआ में रहे इन साहब के रवैये से हर कोई परेशान था, कई ऐसे मामले भी सामने आए जिसमे इसी तरह से इन साहब ने लोगो से बत्तमीजी की थी, जिसके बाद झाबुआ में भी इनका खूब विरोध हुआ था और अब इसी तरह के विवाद में पेटलावद में भी इन साहब का विरोध हो रहा है।

मामले में एसडीएम डाक्टर अभय खराड़ी का कहना है कि कल सम्पूर्ण लॉक डाउन था और शासन के निर्देशों का पालन कराने के लिए हमारी पूरी टीम घूम रही थी, जब हमने एक शटर खुली देखी तो शटर बन्द का कहा, लेकिन उन्होंने शटर बन्द करने से मना कर दिया। इसके अलावा ऐसी कोई बात नही हुई और हम फिर वहां से चले गए।