-रतलाम में बामनिया के मरीज की डेंगू की पुष्टि के बाद हरकत में आया

- Advertisement -

डेंगू का लार्वा की जांच करता स्वास्थ्य विभाग का अमला
डेंगू का लार्वा की जांच करता स्वास्थ्य विभाग का अमला

बामनिया। पिछले हफ्तेभर से डेंगू की नकारता स्वास्थ्य अमला अचानक रतलाम में बामनिया के दो  मरीजों की डेंगू की पुष्टि के बाद हरकत में आया और मंगलवार सुबह से ही डोर-टू-डोर सर्वे करता नजर आया, लेकिन हैरानी की बात यह है कि जब एक सप्ताह पूर्व ही बामनिया में डेंगू मरीज की पुष्टि हो चुकी थी। फिर भी जिले के स्वास्थ्य विभाग सहित स्थानीय स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा था और खानापूर्ति कर रहा था और अब जब दो और मरीजों की पुष्टि हुई त¨ अमले ने सर्वे शुरू किया। मंगलावार को बामनिया आए जिला मलेरिया सलाहाकर ज्ञानेंद्र पाठक ने मंगलावर दिनभर में जो सर्वे किया , बड़ा ही चोकाने वाला था, जिसमें टीम ने 150 घरों का सर्वे किया जिसमें 38 घरों में डेंगू का लार्वा होना पाया गया| क्या यह स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही नहीं है क्या स्वास्थ्य विभाग डेंगू के फैलने का इंतजार कर रहा था? आज अगर पाठक के अनुसार 47 घरों में दवाई का छिड़काव किया गया है। साथ ही यह बताया गया कि यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। पाठक ने अपने जवाब में कहा कि पूर्व में भी डेंगू का मरीज मिला था व आज भी मुझे मरीज होने की पुष्टि हुई है, जिसके लिए दल रतलाम भेजा जाएगा और जांच के बाद स्पष्ट होगा अभी भी स्वास्थ्य विभाग यह कहने में जुटा है कि डेंगू की पुष्टि जांच के बाद की जाएगी।

डेंगू से नहीं हुई कोई मोत

पेटलावद आए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रदेश में अभी तक डेंगू से कई मोत नहीं हुई है। स्वास्थ्य अमला डेंगू की प्रति जागरूक है।रोकथाम के पूरे प्रायास किए जा रहे है|
सर्वे किया है
हम और हमारी टीम बामनिया सर्वे के लिए आए थे, जिसमें हमने 150 घरों में से 38 घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया और हमे रतलाम में बामनिया के डेंगू मरीज मिलने की जानकारी मिली है।
-ज्ञानेंद्र पाठक, जिला मलेरिया सलाहाकार, झाबुआ