मुस्लिमों को अपने साथ लेकर क्या भाजपा और कांग्रेस के लिए मुश्किले खड़ी कर पाएगा जयस….?

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चंद्रभान सिंह भदौरिया @ चीफ एडिटर

आज से करीब 11 दिन बाद मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों का एलान होना है ओर उसके पहले आदिवासियों का संगठन “भाजपा ओर कांग्रेस ” दोनो प्रमुख दलो के लिए परेशानियां खडी कर रहा है। मध्यप्रदेश मे आदिवासियों के लिए 47 आरक्षित सीटो सहित कुल 80 सीटो पर चुनाव लड़ने के एलान के बाद अब जयस नये समीकरण की ओर बढता दिख रहा है खबर आ रही है कि “जयस” अब इस कोशिश मे है कि आदिवासियों के साथ प्रदेश के मुस्लिम अल्पसंख्यक मतदाता भी आ जाये जो कि मध्यप्रदेश मे करीब 6% है .. सूत्र बताते है कि ” जयस” की नजर कांग्रेस के ऐसे मुस्लिम नेताओ पर है जो कांग्रेस मे रहकर या तो उपेक्षा के शिकार है या जिन्हे कांग्रेस मे महत्व उनकी योग्यता के बावजूद नहीं मिल रहा है । खबर यहा तक है कि कांग्रेस के मध्यप्रदेश के नेता ” मुजीब कुरैशी ” धार को “जयस” के समथ॔न से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है । जयस की ओर से गेंद मुजीब कुरैशी के पाले मे डाल दी गयी है अब देखना है कि कुरैशी क्या रणनीति अपनाते है । जयस के साथ आगामी 2 अक्टूबर को कुक्षी महा सम्मेलन मे दो मुस्लिम बुद्धिजीवी भी आ रहे है जिनमे एक इंदोर शहर काजी इशरत अली है तो दूसरे 19 साल के मुस्लिम युवक ” वली रहमानी” भी होंगे । जयस के मंच पर मुस्लिम बुद्धिजीवीयों का आना ओर इसके पहले जयस के नेताओ से मुजीब कुरैशी की मुलाकात ओर मुलाकात मे “जयस” की ओर से समथ॔न का प्रस्ताव तो यही साबित करता है कि आदिवासी वोट के साथ मुसलमान वोटरो को एक साथ लाने के प्रयास गंभीरतापूर्वक जारी है । अगर यह गठबंधन हो गया तो मध्यप्रदेश की राजनीति मे एक नये तरह का ध्रुवीकरण देखने को मिलेगा ।