मुमुक्षु प्रशस्त भाई रुनवाल, प्रेमलता बहन छाजेड़ थांदला, संतोष बहन मांगीलाल धोका, हंसा बहन भंडारी की दीक्षा 19 जनवरी को

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
आचार्य उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी के पावन सानिध्य मेे थांदला नगर में 19 जनवरी को जैन भागवती दीक्षा महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। इस दीक्षा महोत्सव को लेकर नगर ही नहीं अपितु पूरे क्षेत्र में उत्सवी माहौल है। इस दीक्षा महोत्सव की तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। पूरा नगर फ्लेक्स व बैनरो से पट गया है। एक ओर समाज जनों एंव नगरवासियों में दीक्षा महोत्सव को लेकर अतिउत्साहित है। वही दूसरी ओर इस धर्मगंगा में एक और दीक्षार्थी अपनी दीक्षा प्रेमलता बहन छाजेड़ भी इस आयोजन में दीक्षा लेंगी। इस तरह दीक्षार्थीयों की संख्या बढ़ कर 4 हो गई है। सर्वप्रथम सिर्फ प्रशस्त रुनवाल की दीक्षा नगर में होना तय था। मगर संत नगरी थांदला में संजेली की दीक्षार्थी बहनों की भी दीक्षा होना तय हुआ एवं अब दीक्षा के ठीक दो दिन पूर्व नगर की प्रेमलता बाबूलाल छाजेड़ की दीक्षा का होना तय हुआ। नगर में एक साथ होने जा रही 4 दीक्षाए अपने आप में ऐतिहासिक आयोजन होने की संभावना है। आयोजन हेतु सुदूर से भी समाजजनों का तांता नगर में लगने लगा है। श्रीसंघ के अध्यक्ष जितेन्द्र घोड़ावत, सचिव प्रदीप गादिया ने बताया कि थांदला आचार्य उमेशमुनिजी की जन्मभूमि है और इस नगर से अभी तक 25 आत्माओं ने संयम अंगीकार किया है। 19 जनवरी को आयोजित इस दीक्षा महोत्सव में वीर माता-पिता नीता रुनवाल एवं पूज्य धर्मदास जैन स्वाध्याय संघ थांदला के स्वाध्यायी सुनील भाई रुनवाल के 18 वर्षीय इकलौते सुपुत्र मुमुक्षु प्रशस्त भाई रुनवाल, मुमुक्षु प्रेमलता बहन बाबुलाल छाजेड थांदला, मुमुक्षु संतोष बहन मांगीलाल धोका, मुमुक्षु हंसा बहन राजेन्द्र भंडारी (दोनो संजेली गुजरात) प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी के मुखारविन्द से जैन भागवती दीक्षा ग्रहण करेंगे। मुमुक्षु प्रशस्त भाई तत्वज्ञ धर्मेन्द्रमुनिजी और संदीपमुनिजी के सांसारिक भतीजे है।श्रीसंघ के कोषाध्यक्ष प्रकाश एम शाहजी और ललित जैन नवयुवक मंडल के अध्यक्ष ललित भंसाली ने बताया कि प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी के मुखारविन्द से पूर्व में सात दीक्षाएं हो चुकी है और इन तीन दीक्षाओं के साथ दस दीक्षाएं सम्पन्न होगी। दीक्षा महोत्सव में प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी, अणुवत्स संयतमुनिजी, संघहित चिंतक तत्वज्ञ धर्मेन्द्रमुनिजी, संदीपमुनिजी आदिठाणा-10 और साध्वी मधुबालाजी, धैर्यप्रभाजी, मुक्तिप्रभाजी, प्रेमलताजी, पुण्यशीलाजी आदिठाणा-27 व साध्वी संयमप्रभाजी, प्रज्ञाजी, सुज्ञाजी आदिठाणा-7 कुल 44 साधु-साध्वीजी का पावन सानिध्य प्राप्त होगा। दीक्षा महोत्सव में मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात आदि कई प्रांतों के श्रद्धालु थांदला पहुंचेगे। दीक्षा के एक दिन पूर्व 18 जनवरी गुरुवार को मुमुक्षु प्रशस्त भाई रुनवाल के जवाहर मार्ग स्थित आवास पर दोपहर एक बजे चैविसी का आयोजन होगा। चैविसी के पश्चातदोपहर 2.30 बजे दीक्षार्थियों की जयकार यात्रा निकलेगी। यात्रा में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं शामिल होंगे। 19 जनवरी को को मुमुक्षु के निवास स्थान से प्रात: 7.30 बजे महाभिनिष्क्रमण यात्रा निकलेगी जो दीक्षा स्थल अणु पब्लिक स्कूल पहुंचेगी। प्रात: 8.30 बजे दीक्षा विधि प्रारंभ होगी। दीक्षा के पश्चात साधर्मी वात्सल्य का आयोजन होगा।