मुख्यमंत्री को 11 साल में अब रानापुर की याद क्यों आई?

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झाबुआ। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया, जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला कार्यवाहक अध्यक्ष सुश्री कलावती भुरिया एवं रानापुर ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष केलाश डामोर एवं जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भटट ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के द्वारा रानापुर एवं रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के पीछले 11 सालों से की गई घौर उपेक्षा के चलते इस संसदीय क्षेत्र की जनता के द्वारा व्यक्त किए गए आक्रोश को देखते हुए आगामी लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की दयनीय स्थिति को भापते हुए एवं बोखलाहट से की गई घोषणा को झुट का पुलिंदा बताते हुए कहा कि रानापुर में किसान सम्मेलन व अंत्योदय मेले को संबोधित करना तो एक बहाना था। इन दिनों प्रदेश में कहीं भी अंत्योदय मलों का सरकारी आयोजन नहीं हो रहा है। अंत्योदय मेले की आड़ में सरकारी संसाधनों और अमले की सेवाओं का सत्तारूढ भाजपा की चुनावी संभावनाओं के लिए ऐसा दुरूपयोग आपत्तिजनक है। आपने मुख्यमंत्री से पूछा है कि प्रदेश में भाजपा सरकार को चलते 11 साल हो चुके है। ऐसी दशा में लोकसभा उपचुनाव के आने से पहले उन्हें रानापुर की याद क्यों नहीं आई।

भूरिया ने कथित अंत्योदय मेले में रानापुर क्षेत्र के लिए जो घोषणा की गई है उनको चुनावी मुगालता बताते हुए कहा है कि रानापुर की सभा ने सिद्व कर दिया कि यहां की जनता का भाजपा से विश्वास उठ गया है। पांडाल में जनता की बजाय स्कुल के नाबालिग छात्र-छात्राएं एवं सरकारी कर्मचारी एवं पुलिसकर्मी एवं भाजपाई के कुछ लोग ही उपस्थित थे। वहीं किसान एवं आम जनता नगण्य संख्या में उपस्थित थी। सरकारी कार्यक्रमों में इन बच्चो का क्या काम? जिनको पढाई छुडवाकर अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए प्रयोग करने में शर्म नहीं आती क्या? क्यों नहीं वे अपने द्वारा इस क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों के बल पर क्षेत्र की जनता को एकत्रित नहीं कर सकते। कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री पर यह भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ने जो घोषणाएं की है उनमें से कई घोषणाएं तो कांग्रेस द्वारा की गई है। जिसका पैसा भी केन्द्र से आ चुका है। नगर पालिका परिषद एवं क्षेत्र की जनता द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए दिए गए प्रस्ताव को नकारना भी मुख्यमंत्री की आदत हो गई है। वे केवल वही घोषणाएं करते है जो भविष्य में दम तोड़ती नजर आती है। कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता ने आगे कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चोहान भाजपा के लिए वोट जुटाने हेतुु घोषणाओं को अचूक मंत्र मान चुके है। चुनाव के बाद वे अपनी घोषणाओं और अपने चुनावी वादों से उसी तरह पीछा छुडा लेते है जिस तरह भाजपा की केन्द्र सरकार एक के बाद एक चुनावी वादों से स्वयं को मुक्त करती जा रही है। भूरिया ने कहा है कि क्षेत्र के मतदाता अब इस भ्रमजाल में नही फंसेंगे। आने वाले चुनाव में जनता इनको सबक सिखाएगी।