पेंशनर्स ने मांगों को लेकर दिया तीन घंटे तक धरना, सौंपा सीएम व वित्त मंत्री के नाम ज्ञापन

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झाबुआ। जिला पेंशनर एसोसिएशन द्वारा शनिवार को आम्बेडकर प्रतिमा पर करीब 3 घंटे तक प्रभावी धरना देकर मध्यप्रदेश सरकार द्वारा सांतवें वेतनमान में पेंशनरों के साथ किये जा रहे भेदभाव व अन्याय को लेकर प्रभावी विरोध दर्ज कराया गया । जिले भर से पेटलावद, थांदला, रामा, राणापुर, मेघनगर, कल्याणपुरा, पारा, झाबुआ के करीब 110 से अधिक पेंशनरों ने आयोजित धरना प्रदर्शन में भाग लिया। जिलाध्यक्ष रतनसंह राठौर ने प्रदेश सरकार द्वारा सातवें वेतनमान में प्रदेश के कर्मचारियों के वेतन की तुलना में पेंशनरों की पेंशनरों की पेंशन निर्धारण में किये जाने वाले भेदभाव एवं अन्याय को लेकर विस्तार से जानकारी दी। पेटलावद के पेंषनर संघ के एमसी काग ने संविधान में पेंशनरों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करने का जिक्र करते हुए कहा कि पेंशन निर्धारण में भेदभाव कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होने कहा कि कर्मचारियों की तुलना में पेंशनरों को कम लाभ दिया जाना प्राकृर्तिक न्याय सिद्धांत के अनुकुल नही है । थांदला के बीएल गोड ने अपने उदबोधन में प्रदेष सरकार द्वारा 2.57 के स्थान पर 2.42 के मान से लाभ दिये जाने से छोटे पेंशनर  को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पडेगा। उन्होंने 1999 के बाद के शिक्षकों को ग्रेड दिये जाने की मांग भी उठाई। आम्बेडकर पार्क से नेशनल हाई वे पर विषाल रैली के रूप में नारे बाजी करते हुए पेंशनर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और एडिशनल कलेक्टर दिलीप कापसे को मुख्यमंत्री एवं वित मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। धरना प्रदर्शन में समीउद्दीन सैयद, एके भानपुरिया, राजेन्द्र सोनी, शंकरसिंह चंद्रावत, रमाकांत भट्ट, हुकमीचंद जैन, बीएल साकी, एमसीगुप्ता, बालमुकुंदसिंह चौहान, एमएल कोली, श्रीनाथसिंह चौहान, लोकेन्द्र आचार्य,जीवराज शर्मा, सोमसिंह सोलंकी, अशोक कुमार चौहान, बाबूलाल अग्रवाल,अब्दुल कयूम अली, रोशनी डोडियार सहित जिले भर के पेंशनरों ने भाग लिया ।