नगर पंचायत चुनाव में दावेदारों ने शुरू की लॉबिंग

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
नगर पर चुनावी रंग चढ़ चुका है। नगर के चौराहों एवं सोश्यल मीडिया का एक मात्र विषय बना नगर परिषद थांदला का चुनाव इस बार एक नया इतिहास बनाएगा। चौराहों और सोश्यल मीडिया ने तो लगभग नगर परिषद अध्यक्ष एवं सभी वार्ड से प्रत्याशियों को घोषित भी कर दिया और कइयों को अति उत्साहित कर जीत का चश्मा भी चढ़ा दिया है। मगर मतदाता मौन रहकर यह सब क्रियाओं-प्रतिक्रयाओं पर अपना आंकलन कर रहा है। हालांकि अभी चुनाव की न तो तारीखे तय हुई है न ही आचार संहिता लगी है परन्तु वार्ड आरक्षण प्रक्रिया के बाद से ही वार्ड दावेदरों ने अपने अपने नाम प्रस्तावित करना शुरु कर दिए है। दावेदारों द्वारा विज्ञापनों के माध्यम से, सार्वजनिक आयोजनों में शामिल होकर एवं सोश्यल मीडिया पर समर्थकों के ग्रुप बनाकर अपना नाम नगर में प्रचारित करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
नाम जुड़वाना जन सेवा नहीं
अध्यक्ष एवं वार्ड पार्षद हेतु दावेदारी कर रहे दावेदारों द्वारा अपने वार्डो की लिस्ट लेकर नाम जुड़वाने एवं अन्य वार्डो के लोगों का नाम अपने वार्ड के नाम बीते दिनों में करवाया गया। वार्ड के इन दावेदारों द्वारा यह कार्य यह जताते हुए किया जा रहा है मानो वे जन सेवा का पुनीत कार्य कर रहे है परन्तु वार्ड वासियों को मालूम है भविष्य में पार्षद चुने जाने के बाद उन्हैं इन पार्षदों के आगे पीछे घूमने पड़ेगा। मतदाताओं को चाहिए कि वे उन व्यक्तियों पर अपना भरोसा जताए जो सेवा भावी हो न कि अपने स्वार्थ के लिये नाम मतदाता सूचियों में जुड़वाने वाले हो।
भाजपा के लिए आसान राह नहीं
गुटों मे बटी भाजपा के लिये नगर परिषद चुनाव जीतनें की राह उतनी आसान नही होगी। भाजपा के सभी गुट सक्रियता से अपने अपने गुटों के दावेदारों को टिकट लाने के प्रयासों मे जुट गए है। ऐसे में किसी गुट के दावेदार को टिकट न मिलने पर उसका निर्दलीय चुनाव लडऩा तय है, जिसका सीधा फायदा कांग्रेस को मिलेगा। गुटबाजी का एक चेहरा तब भी नजर आया जब भाजपा के लिए सबसे मजबूत दावेदारी कर रहे मंडल अध्यक्ष बंटी डामोर के नाम पर नगर परिषद अध्यक्ष पति द्वारा आपत्ति दर्ज करवाई गई। इधर भाजपा नगर महामंत्री दिलीप डामोर द्वारा भी अध्यक्ष पद हेतु अपनी दावेदारी जताई जा रही है। साथ ही कई नये दावेदार भी बीते दिनों मे सामने आए है जिनके नामों का प्रकाशन अगले अंक मे किया जाएगा। अब देखना यह है कि भाजपा किस पर अपनी मुहर लगाती है।
कांग्रेस भी दम-खम के साथ मैदान में
चुनावी रणनीति एवं कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के प्रयास कांग्रेसी वरिष्ठ नेताओं ने बीते 6 माह से शुरु कर दिए। सांसद कांतिलाल भूरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया लगातार दौरे कर पार्टी को संबल दे रहे है। कांग्रेस की ओर से चुनाव में पूर्व विधायक रतनसिंह भाबर के पुत्र युवा जसवंत सिंह भाबर अपनी दावेदारी कर रहे है तो पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष राजेश डामोर भी टिकट के दावेदारी कतार में है। इनके साथ मे भी कई दावेदार मैदान में है जिन्हे भी झाबुआ लाइव द्वारा अगले अंक में प्रसारित किया जाएगा। वार्डो मे भी कांग्रेस अपने उम्मीद वारों की तलाश में है मगर कुछ वार्डो में कांगे्रस को काफी मश्क्कत भी करनी पड़ रही है।