जैनेत्तर भाई पूनमचंद चौहान ने साध्वी के सानिध्य में पूर्ण किए 31 उपवास पर निकाला वरघोड़ा

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 बग्गी में बैठे तपस्वी पूनमचंद चौहान
बग्गी में बैठे तपस्वी पूनमचंद चौहान

झाबुआ लाइव के लिए बामनिया से लोकेंद्र चाणोदिया की रिपोर्ट-
जैन धर्म से प्रेरणा लेकर सागवा (खवासा) के रहने वाले पूनमचंद चौहान ने अपने जीवन का पांचवा मासक्षमण बामनिया विराजित साध्वी रत्नत्रयाश्रीजी एवं तत्वत्रयाश्रीजी के सानिध्य में पूरा किया। इस उपलक्ष्य में बामनिया त्रिस्तुतिक संघ द्वारा उनका वरघोड़ा निकाला गया। वरघोड़े में बैंडबाजों पर जगह-जगह युवक-युवतियां नृत्य करते हुऐ, साथ चल रहे थे। वरघोड़े में महिलाओं ने जगह-जगह भगवान की गवली की वरघोड़ा तेरापंथ सभा भवन से प्रारंभ होकर नगर के विभीन्न मार्गो से घूमता हुआ वर्धमान भवन पेटलावद रोड पर जाकर एक धर्म सभा में तब्दील हुआ, जहां साध्वीद्वय ने तप की अनुमोदना की। तपस्वी पूनमचंद चौहान का एवं चौहान परिवार का बहुमान जैन त्रिस्तुतिक संघ, वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, चारथुई श्रीसंघ, तेरापंथ श्रीसंघ द्वारा बहुमान किया गया। धर्मसभा में विमल मूथा एवं कमलेश बम ने भी उदबोधन दिया। सभा का संचालन राजेन्द्र लुणावत ने किया।