छह माह में बनकर तैयार हुई गौशाला, शुभ मुहूर्त में लाई गई 31 गाये

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झाबुआ लाइव के लिए बामनिया लोकेंद्र चाणोदिया की रिपोर्ट-
क्षेत्र सहित स्थानीय लोगों के मन में लंबे समय से गौसेवा करने की भावना आज अपने मूर्तरूप श्री मारूतीनंदन गौशाला के रूप में बनकर तैयार हो चुकी है, जब गौशाला बनाने की नींव रखी गई थी, तब कई उतार-चढ़ाव सामने आए, कई बाधाएं भी आई आर्थिक दिक्कते भी झेलनी पड़ी, किंतु लोग जुड़ते और कारवां बनता गया।अगर मन में सेवा का भाव हो तो बाधाएं भी लंबे समय तक नहीं रहती है। ऐसा हुआ धीरे-धीरे बाधाएं हटती गई और आर्थिक परेशानियां दानदातों ने दूर कर दी। गौशाला को मूर्तरूप देने में लगी टीम की जी-तोड़ मेहनत का ही नतीजा है कि महज छह माह में ही बामनिया के समीप रामपुरिया में एक विशाल गौशाला आज बनकर तैयार है। गोशाला निर्माझा हर एक आमजन और आसपास के समाजसेवियों ने अपने-अपने स्तर पर गौशाला को भरपूर सहयोग प्रदान किया।
भूसाघर और शेड बनकर तैयार
गौशाला के विकास में आसपास के समाजसेवियों का भी खासा सहयोग रहा। गौशाला निर्माण के प्रारंभ बाद से ही किसी ने भूसा घर के शेड के पतरे दिए, तो किसी ने पानी की मोटर लगवाई, तो किसी ने गौशाला के लिए शेड निर्माण की पतरे उपलब्ध करवाएं। गौशाला से जुड़ी टीम ने भी अपना पूर्णकालीन समय देकर गौशाला को मूर्तरूप देने में सहयोग दिया। आज गउशाला में 30&80 का भूसाघर व 35 &100 का गायों के रहने के लिए शेड बनकर तैयार है।
मेहनत का फल जल्द लेगा मूर्तरूप
लंबे समय से गौशाला के लिए मेहनत कर रही टीम मेहनत जल्द मूर्तरूप नजर आने लगा है. गउशाला का शुभारंभ जल्द होगा। इस हेतु सारी औपचारिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। साथ ही गौशाला में शुभ मर्हूत में 31 गायें भी आ चुकी है।