कोरोना वायरस को लेकर पीएम मोदी की अपील के बाद से जनता कर रही सहयोग

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अशोक बलसोरा, संपादक
संपूर्ण विश्व में भयवाह स्थिति होने के बाद भारत में इस कोरोना वायरस से लडऩे के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की अपील से बात ही से झाबुआ जिले में भी नागरिकों ने इसे काफी गंभीरता से लेते हुए शासन प्रशासन की इस कोरोना वायरस से लडऩे के लिए अपना योगदान दे रहे हैं। अहितयात तौर पर जो जो निर्देश दिए गए हैं उसका पालन किया जा रहा है, लेकिन वहीं कुछ ऐसे दृश्य भी सामने आ रहे हैं जो पुलिस प्रशासन को चिंता में डाल रखे हुए हैं। आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के बावजूद भी जिले में की लोग काफी हद तक जनता कफ्र्यू व 21 दिन के लॉकडाउन की प्रधानमंत्री की अपील के बाद कई लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं व जरूरी कार्य के लिए जो लोग घरों से निकल भी रहे हैं तो वह सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं। इस मुहिम में अधिकांश लोग तो शासन प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं लेकिन कुछ बातें ऐसी भी सामने आ रही है जो इस भयावह स्थिति होने के बावजूद भी निपटने के बजाय इसका फायदा उठाया जा रहा है।

महंगे दामों में बेची जा रही है खाद्य सामग्रियां-
झाबुआ जिले के कई कस्बों, अंचलों से शिकायत आ रही है कि कुछ व्यापारी इस महामारी के बाद इंसानियत की सेवा न करते हुए अपने फायदे को देख रहे हैं तथा लोगों से खाद्य पदार्थों को ऊंचे दामों में बेचकर अपनी जेबे गरम करने में मशगुल हैं। राणापुर, पारा, थांदला,काकनवानी आदि स्थानों से शिकायतें आ रही है कि व्यापारियों द्वारा मार्केट रेट से काफी दाम वसूले जा रहे हैं। वहीं कुछ व्यापारी खाद्य सामग्री में कमी का हवाला देकर प्रिंट रेट से अधिक से दाम वसूले जा रहे हैं। सावधानी के तौर पर क्षेत्र में पुलिस द्वारा सतत पेट्रोलिंग की जा रही है तथा सुबह 8 से 10 बजे के समय आवश्यक सामग्री के लिए जनता को छूट दी जा रही है उसके बाद धारा 144 का कठोरता के साथ पालन करवाया जा रहा है।

लॉकडाउन के दौरान आ रही समस्याएं-
अंचल में देखा जा रहा है कि लॉकडाउन के चलते काफी समस्याएं भी आ रही है। खासकर जिन ग्रामीण परिवारों के सदस्य मजदूरी करने अन्य प्रांत, शहरों की ओर गए हैं उनका समय हाल फिलहाल काफी पीड़ादायक है, लेकिन प्रशासन उन्हें माकूल व्यवस्था उपलब्ध करवाने का प्रयास कर रही है। साथ ही साथ अतिआवश्यक होने पर भी वे अपने घरों से बाहर निकलने की अपील क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अमला, सामाजिक कार्यकर्ता करते आ रहे हैं, जिससे की इस कोरोना वायरस को फैलने व आने से रोका जा सके और इस महामारी को रोकने का एकमात्र उपयोग सोशल डिस्टेंस ही है।

सामाजिक संगठनों ने की अपील-
आपदा के समय में व्यावसायिक घरानों या व्यापारियों प्रतिष्ठानों के घरों से सामजिक कार्यकर्ताओं ने अपील की है कि वे अपना सहयोग देकर इंसानियत को बचाए न की लॉकडाउन में वे आर्थिक लाभ उठाए। वहीं नाम न छापने की शर्त पर युवक का कहना है कि अंचल के व्यापारी बरसों से कमाते आए हैं और विपदा के समय नहीं भी कमाते हैं तो उनके जीवन में कोई भुचाल नहीं आएगा। बल्कि जिले के बड़े व्यापारिक घराने अपनी ओर से सहयोग करें और लॉकडाउन में गरीबों, मजदूरों के लिए आवश्यक सामग्री को नि:शुल्क बांटे।

झाबुआ लाइव की अपील
1. वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए जनता को आवश्यक सामग्री की ही खरीदी करे जैसे आटा, चावल, दाल, तेल, मसाले, चाय-शकर जिससे व्यापारी कम समय में सभी ग्राहकों को सामग्री दे सके तथा किराना दुकानों में अफरा-तफरी नहीं होगी और सोशल डिस्टेंन के नियमों का पालन होगा।

कलेक्टर प्रबल सिपाहा- कोरोना वायरस को लेकर नागरिकों से नियमों का पालन करवाया जा रहा है। आवश्यक सामग्री का यदि कोई व्यापारी ज्यादा दाम ले रहा है तो उसकाबबिल ले या ऑडियो-वीडियो रिकार्डिंग हमें दे, ताकि संबंधित व्यापारी पर हम तुरंत ही एफआईआर कर सके।