कार्यकर्ता समागम में विशाल चल समारोह की जानकारी

- Advertisement -

5 4झाबुआ। राजगढ़ नाका मित्र मंडल द्वारा शारदेय नवरात्रि के प्रथम दिवस घट स्थापना के अवसर पर निकाला जाने वाला विशाल चल समारोह अंचल की पहचान बन चुका है। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी इस आयोजन को लेकर जनसामान्य के सुझाव प्राप्त करने हेतु स्थानीय पेलेस गार्डन, राजवाडा पर आज विशाल बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक को लेकर प्रातः से ही नगर में उत्साह का वातावरण था।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि धार की सांसद सावित्री ठाकुर, झाबुआ विधायक शांतिलाल बिलवाल, पेटलावद विधायक निर्मला भूरिया, थांदला विधायक कलसिंह भाभर एवं भाजपा महामंत्री प्रवीण सुराना थे।कार्यक्रम में राजगढ़ नाका मित्र मंडल की गतिविधियों के बारे मे जानकारी देते हुए शैलेष दुबे ने बताया कि सामाजिक सारोकार को लेकर मित्र मंडल सदैव प्रयासरत रहा है। प्रत्येक क्षेत्र चाहे फिर वह सामाजिक हो, शैक्षणिक हो, या जनसमस्या से जुडा कोई पहलु हो मित्र मंडल ने सदैव अपनी सार्थक उपस्थिति दर्ज करवाई है।इस वर्ष के 13 अक्टूबर को आयोजित होने वाले चल समारोह में आने वाले विभिन्न दलो के बारे में जानकारी देते हुए बबलु सकलेचा ने बताया कि आधुनिकता के इस दौर में दृश्य-श्रव्य माध्यमो के द्वारा हमारे सांस्कृति कमान को पर चैतरफा हमले किए जा रहे है जिसके कारण विशेषकर युवा वर्ग अपनी संस्कृति को पिछडे़पन की निशानी मानने लगा है। इस धारणा को तोड़कर अपनी सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति गोरव भाव जगाने के ध्येय से इस चल समारोह में लघु भारत के दर्शन हो सके ऐसा प्रयास रहता है।इस वर्ष भी इसी उद्देश्य से विभिन्न राज्यों से प्रख्यात सांस्कृतिक दलो को इस चल समारोह मे आमंत्रित किया गया है। जिस प्रकार पंजाब का गिद्धा नृत्य, राजस्थान कर घुमर नृत्य तथा दक्षिण का कत्थक नृत्य प्रसिद्ध है। उसी प्रकार असम का बीहु नृत्य भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है। इसी बीहु नृत्य का मनमोहक प्रदर्शन असम से आने वाले दल द्वारा किया जाएगा। महाराष्ट्र के लावणी नृत्य को कौन नहीं जानता चल समारोह में पिछले वर्षो में भी इस कला का प्रदर्शन किया जा चुका है। इस बार भी महाराष्ट्र से आने वाला दल अपने विशिष्ट अंदाज में इसकी प्रस्तुति देगा। एंथेनी डांस ग्रुप गोआ की प्रस्तुति से युवा निश्चित ही थिरकने पर मजबूर हो जाएंगे और आने वाले वर्षो तक याद बनी रहेगी। अखाड़ा एवं अन्य शारीरीक प्रदर्शन की बात आते ही ध्यान मे एक पुरुष छवि आती है। लेकिन इस वर्ष चल समारोह मेे पंजाब से आने वाला लड़कियों का दल इस धारणा को तोड़ते हुए हैरत अंगेज प्रदर्शन करेगा। नारी शक्ति के प्रदर्शन की एक और विशेषता पूना से आने वाला लड़कियों का एक दल ह जो ढोल ओर ताशे के साथ अपनी प्रस्तुति देगा।राष्ट्रपति के समक्ष अपनी प्रस्तुति दे चुका उत्तराखंड का दल अपने लोक नृत्य की प्रस्तुति से निश्चित ही मन मोह लेगा। अपने अंचल के थांदला से आई बालिकाओ का ग्रुप योग के माध्यम से अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेगा। अपने नजदीकी प्रदेश छत्तीसगढ के बस्तर से आने वाला दल वहां के प्रसिद्ध लोकनृत्य गौंडनृत्य का प्रदर्शन करेगा। चल समारोह के मुख्य आकर्षण के रुप में इस वर्ष घर-घर में देखे जाने वाले धारावाहिक ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के सबसे लोकप्रिय कलाकार नट्टु काका, वागा, अब्दुल भाई तथा बावरी आप सब के मनोरंजन के लिए आएंगे। एक और लोकप्रिय धारावाहिक ‘हमसफर’ में लीड रोल निभाने वाली अदाकारा भी चल समारोह में शामिल होंगी। यूं तो कार्टून बच्चो के लिए होते है किंतु इस बार चल समारोह में आने वाला कार्टूनों का दल बच्चो, युवा वृद्ध सभी को अपने प्रदर्शन से प्रभावित करेगा। अंचल मे कही शादी-विवाह हो, या अन्य कोई सामूहिक कार्यक्रम कानो मंे पडने वाली आदिवासी धुन सुनकर बरबस ही पांव थिरकने लगते है। इन्ही आदिवासी धुनों के निर्माता स्वयं अपने आर्कस्ट्रा के साथ इस चल समारोह में सम्मिलित होंगे। राजबढ़ नाका मित्र मंडल द्वारा प्रत्येक वर्ष इस वृहद बैठक मे विभिन्न क्षेत्रो की प्रतिभाओं का सम्मान किया जाता है।इस कडी में इस वर्ष पेटलावद हादसे के बाद हताहतो की सेवा मे अदम्य साहस एवं जिविशा के प्रदर्शन हेतु स्थानीय कृषि विज्ञान केन्द्र मे कार्यरत दिलीप घोटकर को आपदा प्रबंधन के क्षेत्र मे सम्मानित किया गया। मैराथन दौड़ मे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले अंतरसिंह कनेश जिनकी उपलब्धि इसलिए ओर भीमहत्वपूर्ण हो जाती है कि उन्होने शासकीय सेवा मे रहते हुए यह उपलब्धियां हासिल की है।