बैंक कर्मियों की हठधर्मिता के चलते फसलों के लिए भुगतान के लिए दिनभर धूप में खड़े हैं किसान

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जीवनलाल राठौड़, सारंगी
झाबुआ। उपार्जन केंद्र पर गेहूं बेचने के बाद क्षेत्र के किसान अपने आपको ठगा व उपेक्षित महसूस रहे हैं। क्षेत्र के किसानों द्वारा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित सारंगी पिछले कई दिनों से किसानों के खाते में पैसे होने के बावजूद भी किसानों को भुगतान नहीं हो पा रहा है। वहीं कई किसानों को आधी अधूरा भुगतान कर दिया जाता है। कभी केश नहीं होने का बहाना कर बैंक कर्मी किसानों को वापस भगा देते हैं। पिछले कई दिनों से किसानों बैंकों के चक्कर काट रहा है तो कई किसान परेशान होकर दूसरी बैंकों में एनईएफटी आरटीजीएस करवाने को मजबूर हो रहे हैं। आरटीजीएस में भी बैंक के कर्मचारी नहीं कर रहे हैं आज सुबह 11.30 बजे जीवनलाल पिता कालूराम राठौड़ निवासी सारंगी आरटीजीएस फॉर्म लेकर पहुंचा तो बैंक कर्मचारियों का कहना है कि आज का कोटा पूरा हो गया है आप का आरटीजीएस कल होगा। इस दौरान कई किसानों को बैंक कर्मचारियों की अभद्रता का भी सामना करना पड़ रहा है तो कई किसानों को बैंककर्मी उनका बैलेंस भी नहीं बता रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से आए किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना करना पड़ रहा है, तो ग्रामीण क्षेत्रों से आए किसान सुबह से शाम तक बैंकों में रुपए लेने के इंतजार में खड़े रहते हैं जिनमें कई महिलाएं भी अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ बैंक के बाहर धूप व गरमी में खड़ी रहती है लेकिन बैंककर्मियों व जिम्मेदारों को इनसे कोई लेना-देना नहीं है।