फ्लोराइड से बचाने के लिए बनाए फिल्टर प्लांट का नानपुरवासियों को नहीं मिल रहा लाभ

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d14a81ef-b94a-4434-addd-48ad083f00d5अलीराजपुर लाइव के लिए नानपुर से जितेंद्र वाणी (राज) की रिपोर्ट-
नानपुर में आज स्कूल तिराहे पर दत्त कालोनी के सामने नर्मदा लाइन लिकेज होने से हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह गया। इस दौरान पानी नीचे दुकानों में घुस गया जिससे वहां रखी सब्जियां खराब हो गई। अचानक हजारों लीटर पानी बहते रहने से नानपुर में कीचड़ जमा हो गया जिससे गुजरने वाले राहगीरों को आने-डाने के दौरान काफी मशक्कत करना पड़ी। गौरतलब है कि नानपुर के हैंडपंपों तथा अन्य जल स्त्रोतों में फ्लोलाइड की मात्रा अधिक होने के चलते नर्मदा नदी से पाइप लाइन डालकर डेलवानी फिल्टर प्लांट से यह पानी नानपुरवासियों के लिए लाया गया है जिसके चलते उन्हें फ्लोराइड युक्त पानी नहीं पीना पड़े। और फ्लोराइड बीमारी की चपेट में अंचल के लोग नहीं पहुंचे। मजे की बात यह है कि डेलवानी फिल्टर प्लांट पर इसलिए पाइप लाइन डाली गई कि नानपुर वासियों को पानी मिलता रहे लेकिन विभाग की उदासीनता के चलते यह पानी नानपुर वासियों को महीनों में सिर्फ एक बार ही देखने को मिलता है। अब आलम यह है कि देखरेख के अभाव में पाइप लाइन लिकेज हो चुकी है जिसके चलते आज हजारों लीटर व्यर्थ पानी बह गया। इसी के साथ नानपुर में जो नल व टंकी लगाई गई हैं वह भी देख रेख के अभाव में खराब हो चुकी है। ग्राम में पेयजल सप्लाई के लिए बनाई टंकी की सफाई को तो महीनों बीत चुके हैं, नलों भी खराब हो चुके हैं लेकिन जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है, अब नानपुरवासी आखिर फ्लोराइड की चपेट में आने से कैसे बचेंगे? आसानी से समझा जा सकता है। इस दौरान मनीष बाबूलाल वाणी का कहना है कि कभी कभार पाइप लाइन से पानी निकलने के कारण नगरवासी आश्चर्यचकित रह गए और देखते ही देखते नगर में कीचड़ जमा हो गया। इस संबंध में सरपंच समरथसिंह मोर्य का कहना है कि कभी कभार फिल्टर प्लांट से पानी आता है और टंकी को में पानी पहुंच जाता है। साफ-सफाई के अभाव में इस टंकी से ही पानी का उपयोग ग्रामीण कर रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार इस समस्या से अवगत करवाया गया लेकिन उनके कानों में आज दिन तक जूं नहीं रेंगी। अब ग्रामीण लोग पानी खरीदकर पी रहे हैं। मोर्य का कहना है कि शासन द्वारा लाखों रुपए खर्च कर बनाई गई इस योजना का ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा है।