देश के लिए ” मिसाल ” बनेगा अलीराजपुर का ” एक हाथ – निराश्रित के साथ” अभियान

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अलीराजपुर Live डेस्क के लिए ” फिरोज खान बबलू ” की EXCLUSIVE रिपोर्ट । 

मध्यप्रदेश का आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिला देश मे संभवतः पहला ऐसा जिला होगा जो ” स्वच्छता ” अभियान मे नवाचार कर इसे जनभागीदारी से जोड रहा है अलीराजपुर कलेक्टर ” गणेश शंकर मिश्रा ” ने इस जनभागीदारी को ” एक हाथ – निराश्रित के साथ ” नाम से शुरु किया है खुद कलेक्टर ने जिले के जोबट विकासखंड के ” ऊमरी” गांव की विधवा ” सुमलीबाई” की मदद कर इस अभियान की शुरुआत की है । करीब तीन साल पहले सुमलीबाई के पति की सप॔दंश से मोत हो गयी ओर खुले मे शोच जाने के कारण सुमलीबाई के बच्चो को डायरिया हो गया जिसके चलते बच्चे कुपोषण के शिकार हो गये । विडंबना यह थी कि गर्भावस्था के दोरान घर मे शोचालय उपलब्ध ना होने के कारण होने वाली विकृतियों की वजह से सुमलीबाई के छोटे पुत्र का मानसिक विकास अवरुद्ध हो गया ओर वह ओटिज्म की बीमारी से ग्रसित हो गया । कलेक्टर ने सुमलीबाई के परिवार की इस परेशानी ओर परेशानियों के इतिहास को देखते हुए पहला हितग्राही ” इस योजना ” मे चुना ओर खुद पहले जनसहयोगी ” एक हाथ -निराश्रित के साथ” योजना के बनकर मिसाल कायम की ।

इसलिए जरुरत महसूस हुई योजना की
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इस जिले में न जाने ऐसे ही और कितने व्यक्ति होंगे जिनकी मृत्यु खुले में शौच जाते वक्त सर्पदंश के कारण हुई हो, न जाने कितनी और गर्भवती महिलाएं शौचालय के अभाव में प्रतिदिन कष्ट झेल रही होंगी, न जाने कितने दिव्यांग तथा वृद्धजन खुले में शौच हेतु बाध्य हो रहे होंगे। घर में शौचालय न होने की कमी शायद इन श्रेणियों के व्यक्तियों को सबसे ज्यादा खलती होगी।

अलीराजपुर जिले के निवासी अपने विशाल हृदय, दरियादिली तथा परमार्थ के लिए पहचाने जाते हैं। असंख्य लोग वर्ष भर भंडारे, रक्तदान, श्रमदान तथा अन्य माध्यमों से दूसरों के भले के लिए निस्वार्थ भाव से अपना योगदान करते आ रहे हैं। आज हमारे जिले की सभी बेसहारा विधवा महिलाएं, दिव्यांगजन तथा वृद्धजन को तलाश हैं ऐसे ही एक सहारे की जो रोज़ उन्हे खुले में शौच जाने के अभिशाप से मुक्ति दिलाने में उनकी मदद कर सके।

इस तरह कर सकते है आप भी सहयोग
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अगर आप अलीराजपुर जिले मे खुले मे शोच रोकने के अभियान के समथ॔क है ओर आप ऐसे जरुरत मंदों की मदद करना चाहते है तो जरुरी नहीं कि आपका ऐसे जरुरत मंदों से आपका खून का ही रिश्ता हो ! आप इंसानियत ओर भारतीयता के नाते भी समाज के जरुरत मंदों की मदद इस अभियान मे कर सकते है । आपको करना बस यह है कि आप सबसे पहले जरुरतमंद की पहचान करें ओर फिर शोचालय निर्माण की सामग्री बाजार से खरीदने मे मदद करें ; उनके लिए एक मिस्त्री का प्रबंध करें ओर खुद अपनी निगरानी मे निर्माण करवायें ।

तो क्या आप तैयार है ? यह है अंतिम तिथी
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क्या 9 लाख की जनसंख्या वाले हमारे जिले में आज कोई यह प्रण लेने के लिए तैयार है कि वह एक माह में ऐसे किसी एक बेसहारे के घर में शौचालय निर्माण पूर्ण कराएगा? क्या आप स्वयं इस पुण्य कार्य में अपना योगदान करना चाहते हैं?

यदि हाँ, तो आज से ही इस पावन कार्य को प्रारम्भ करें। 30 अप्रैल के पूर्व आपके सहयोग से निर्मित शौचालय के सामने अपनी तथा लाभान्वित किए गए व्यक्ति के साथ अपनी सेलफ़ी खींच कर हमें प्रेषित करें। अलीराजपुर के ऐसे समस्त महानुभावों का सम्मान किया जाएगा तथा उनकी सेलफ़ी एवं गौरव गाथा को पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जाएगा।

अधिक जानकारी के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत अलीराजपुर से संपर्क किया जा सकता है।

पूरा देश अलीराजपुर जिले के इस अभियान को बड़ी आशा के साथ देख रहा है। अब यह अलीराजपुर जिले के निवासियों के हाथ में है कि वो 30 अप्रैल को इस जिले को क्या पहचान देते हैं।