ग्राम पंचायत की उदासीनता पड़ रही भारी, चारो ओर गंदगी का साम्राज्य

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जितेंद्र राठौड़, झकनावदा
ग्राम पंचायत झकनावदा के उदासीन रवैये से ग्राम झकनावदा के रहवासी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन कुंभकरणीय नीद सोई पंचायत को नगर की जनता की सुविधाओं से कोई सरोकार नही है और नही जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों का ध्यान नगर की मुसीबत सुविधाओं की ओर नहीं है।
चारो ओर गंदगी का अंबार
जहां एक और प्रदेश और केंद्र की सरकार स्वच्छता अभियान को लेकर देश के प्रधानमंत्री लाल किले के प्राचीर से देश को स्वच्छता का संदेश देते है। ग्राम पंचायत झकनावदा पर इसका कोई असर नही है। नगर में चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ। मुख्य बस स्टैंड पर ही कचरे की गंदगी फैली हुई। वही नगर के हर वार्ड मे गंदगी फैली हुई। नगर के वार्ड एक मे स्थिति काफी विकराल बनी हुई है यहां मेन चौक के पास नालिया चौक पडी है जिससे मच्छरों की भरमार होने से रहवासी को बीमारियों का भय सता रहा है। वही वार्ड 12 जो मुख्यबाजार है यहां तो हालात काफी दयनीय है यहां वर्षों से यहां कचरे का ढेर लगा हुआ है परंतु ग्राम पंचायत को न तो यह कचरा दिखता है और नहीं ही इन्हें ग्रामीणों को हो रही गंदगी से परेशानी से पंचायत को कोई फर्क नही पड़ता है कचरे के कारण बीमारियों का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है यही स्थिति पुराने बस स्टैंड से लेकर इन्द्रा कालोनी सहित नगर की स्थिति काफी दयनीय है।
प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को हो रही दिक्कत-

गंदगी का सर्वाधिक हालत कन्या प्राइमरी स्कूल की हालत सबसे अधिक खराब है बारिश होने एंव रहवासियों का गंदा पानी बस स्टैंड के समीप कन्या प्राथमिक स्कूल के बाहर जमा हो रहा है, जिससे नन्ही बालिकाओं को स्कूल मे जाने मे काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। मामा की भांजियों ने स्वयं कई बार संरपच सचिव से गुहार लगातार गंदा पानी निकालने एंव नाली का निर्माण करवाने की गुहार लगा चुकी है परंतु कुंभकर्णीय नीद सोए पंचायत के संरपच सचिव एंव जनप्रतिनिधियों को इस छोटे-छोटे भांजियों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नही है। यही हालत बालक प्राथमिक विद्यालय की भी है।
बस स्टैंड पर पसरा कीचड़-

नगर के प्रमुख बस स्टैंड पर पहली ही बारिश के बाद से ही कीचड जमा हो जाता है जिसके कारण सर्वाधिक परेशानी बस मे सफर करने वाले यात्रियों को हो रही है, क्योंकि बस स्टैंड पर कीचड़ होने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मूत्रालय की हालत काफी खराब है यहां खबर प्रकाशित होने के बाद ग्राम पंचायत ने आनन-फानन में मूत्रालय का निर्माण तो करवा दिया परंतु निकासी की व्यवस्था नही करवाई।
सफाईकर्मियो को नही मिला वेतन

झकनावदा ग्राम पंचायत के सफाईकर्मी को भी करीब एक वर्ष से वेतन नही मिला है और वह केवल ग्राम पंचायत मे काम करके ही अपना जीवन यापन करते है।
क्या कहते है जिम्मेदार
जल्द ही पेशाबघर को सुधारा जाएगा। सफाई वयवस्था को दिखवाते है कहां सफाई नही है गंदगी पडी है वह देखते है। -भीमसिंह कटारा सचिव ग्राम पंचायत झकनावदा
चुने हुए जनप्रतिनिधियों की सचिव सुनते ही नही है पंचगण भी रोज आते है। जल्द ही धरना दिया जाएगा, छह माह से पंचायत की बैठक ही नहीं हुई।- संजय कोठारी
उपसंरपच ग्राम पंचायत झकनावदा
पंचायत में कोई सुनने वाला नहीं है चारों ओर गंदगी और कीचड़ पसरा पड़ा है किसी का ध्यान नहीं है। संरपच सचिव उपसंरपच पंच कोई नहीं सुने। – गोपाल मिस्त्री, नागरिक