गच्छाधिपति का भव्य मंगल प्रवेश, समाजजनों ने गहुली कर किया स्वागत

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अशोक बलसोरा@ पारा

पुण्य सम्राट आचार्य देवेश श्रीमद विजय जयंत सेन सूरीश्वरजी के प्रथम शिष्य तथा पट्टधर वर्तमानाचार्य गच्छाधिपति  श्रीमद विजय नित्यसेन सूरीश्वर जी का गुरुवार सुबह भव्य मंगल प्रवेश हुआ। नगर जैन समाज उत्साहपूर्वक अल सुबह से गुरुदेव के आगमन का इंतज़ार कर रहा था। 

करीब 8 किमी का विहार कर पूज्य श्री के साथ साधु मंडल एवं साध्वीजी मंडल का नगर प्रवेश राजगढ़ मार्ग से हुआ। इसके बाद करीब साढ़े सात बजे गुरुदेव ने बेंड बाजो के साथ नगर प्रवेश कर बोरी मार्ग पर नवकारसी वापरी। गुरुदेव के आगमन के पूर्व नगर के मुख्य मार्ग  को पंचरंगी ध्वजा से सजाया गया। सुबह साढ़े नौ बजे नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए बैंड बाजो औऱ गुरुदेव के जयकारों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। समाजजनों ने शोभायात्रा में पुण्य सम्राट के चित्र के समक्ष तथा वर्तमानाचार्य नित्यसेन सूरीश्वरजी का गहुली कर स्वागत – वंदन किया। शोभायात्रा नगर भ्रमण कर मुख्य मार्ग स्थित श्री आदिनाथ- शंखेश्वर- सीमंधर धाम जिन मंदिर पहुंची। शोभायात्रा में युवा गुरुदेव के स्वागत में थिरकते नज़र आए। गुरुदेव के साथ पधारे साधु-साध्वीजी भगवंतों ने जिनालय में प्रभु दर्शन कर विश्व पूज्य दादा गुरुदेव श्रीमद विजय राजेंद्र सूरीश्वरजी को वंदन किया। इसके बाद मंदिर परिसर में पुण्य सम्राट की स्मृति स्वरूप बनाई गई कुटिया का निरीक्षण किया। शोभायात्रा नवकार आराधना भवन में एक धर्म सभा मे बदल गई। कार्यक्रम में श्रीसंघ अध्यक्ष द्वारा गुरुदेव का वंदन कर स्वागत भाषण दिया गया। वहीं नगर श्री संघ की ओर से झाबुआ श्री संघ के सदस्यों का स्वागत बहुमान किया गया। साधु भगवंत निपुण रत्न मसा द्वारा धर्म प्रवचन दिया गया। वहीं कार्यक्रम का संचालन प्रकाश छाजेड ने किया।  गुरुदेव की निश्रा में होने वाले तीन दिनों के महोत्सव के प्रथम दिन सुबह की स्वामी भक्ति का लाभ स्व श्री पाल भंडारी की स्मृति में सूर्यकांता भंडारी परिवार द्वारा लिया गया। वहीं दोपहर में हुई आदिनाथ पंच  कल्याण पूजन का लाभ राकेश, मुकेश पगारिया द्वारा लिया गया। 

पुण्योत्सव कल

श्री संघ अध्यक्ष प्रकाश तलेसरा में बताया कि जन जन की आस्था के केंद्र  पुण्य सम्राट की पांचवी पुण्य तिथि शुक्रवार को विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों के साथ मनाई जाएगी। आपने बताया कि पारा संघ का सौभाग्य है कि  पांचवी वार्षिक पुण्य सप्तमी पर गच्छाधिपति का सानिध्य नगर जैन समाज को मिला है। वर्तमान आचार्य श्रीमद विजय नित्यसेन सूरीश्वर जी ने इस वर्ष का चातुर्मास झाबुआ नगर को दिया है। गुरुदेव द्वारा पारा में आये झाबुआ श्रीसंघ को चातुर्मास प्रवेश तिथि का मुहूर्त 4 जुलाई दिया गया। वहीं महोत्सव के प्रथम दिन शोभायात्रा के साथ अन्य आयोजन में पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद थी।