महावीर जयंती पर गूंजा त्रिशला नंदन वीर की जय बोलो महावीर की

- Advertisement -

पारा। अहिंसा परमोधर्म, जियो ओर जिनेदो के संदेश देने वाले भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव मनाया गया। सुबह भक्ताम्बर गुरु इक्कीसा प्रभात फेरी निकालीगई। लाभार्थियो ने चढ़ावे के साथ भगवान का पंचामृत से अभिषेक ब्रास पूजन, चन्दन पूजन, पुष्प पूजन,मुकुट पूजन,स्नात्र पूजन कर आरती उतारी। 

महावीर स्वामीजी की पंच कल्याणक पूजन राजेन्द्रजी कोठारी परिवार की ओर से हुई। उसके पश्चात लड्डू की प्रभावना बाटी। सुबह की नवकारशी राजेन्द्रकुमारजी स्मरथमलजी पगारिया परिवार की और से सुबह का स्वामिवात्सल्य शांतिलालजी समीरमलजी कोठारी परिवार की और से शाम का स्वामिवात्सल प्रकाशजी केशरिमलजी रांका परिवार की और से हुआ। श्रीसंघ, परिषद परिवार की और से तीनो लाभार्थियों का स्वागत किया गया । भगवान की आकर्षक अंगरचना की गई। रथ, बैंड बाजो धर्म ध्वजा को लेकर महावीर स्वामीजी के चित्र को वाहन में सजाकर वरघोड़ा निकाला  गया। रास्ते में चित्र के सम्मुख हर घर से गहुली की

गई। वन्दे वीरम, जब तक सूरज चांद रहेगा भ. महावीर का नाम रहेगा, त्रिशला नंदन वीर की जय बोलो महावीर की के नारे लगाए। गुरूमन्दिर में धर्म सभा में हुई। सर्व प्रथम भगवान क़े समुख चेतयवंदन किया। विभाष पोखरना, आदर्श सियाल ने कविता एवं गीत गा कर भगवान की स्तवना की। संचालन श्रीसंघ अध्यक्ष प्रकाश तलेसरा ने किया फिर आरती उतार कर पंजरी की प्रभावना बाटी। संध्या को भक्ति संगीत कर महिलाओ ने चौबीसी के गीत गाये। ओर हर घर 5-5 दीपक लगाये।