सैयद गैबनशाह वली रहमतुल्लाह अलैह का उर्स संपन्न, फूल पेश कर अकीदतमंदों ने की दुआएं

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रितेश गुप्ता, थांदला
हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक हजरत सैयद गैबनशाह वली रहमतुल्लाह अलैह का पांचवा उर्स का समापन शनिवार को हो गया। इसके पूर्व शुक्रवार को फातेहा ख्वानी, चादर शरीफ पेश कर उर्स का आगाज हुआ। शुक्रवार शाम 8 बजे से कव्वाल शाहिदिन साबरी एंड पार्टी रामपुर यूपी व अनीस नवाब एंड पार्टी कपासन अपने अपने सूफी अंदाज में अपने कलाम पेश किए। छोटा अनीस नवाब ने ‘ख्वाजा का हिंदुस्तान तु हमेशा सलामत रहे’ पढ़ा तो उपस्थित श्रोता झूम उठे और उन्होंने जमकर नजाराने पेश किए। इस दौरान कव्वालों ने अल्लाह के वली की शान में अपने दिलकश कलाम पेश किए जिसे उपस्थित सभी धर्मों के श्रोताओं ने सराहा। साथ ही कव्वालों के कलाम पेश करने पर लोगों ने उन्हें खूब इनाम दिए, कव्वाली का सिलसिला रात 2 बजे तक चलता रहा। वहीं सैयद गैबनशाह वली रहमतुल्लाह अलैह के आस्ताने पर सभी धर्मों के लोगों ने पहुंचकर दुआएं की व अकीदत के फूल पेश किए दरगाह पर जाने का सिलसिला देर रात 2 बजे तक चलता रहा। इंतजामिया कमेटी के मेम्बरान कादर शेख, पार्षद अफसाना शेख, पार्षद आनंद चौहान, पार्षद कमलुद्दीन शेख, कांग्रेसी नेता सैयद मोइनुद्दीन, रज्जाक सिकंदर, इमरान खान, अजहर मिर्जा, सोहेल शेख, भुरु, हाजी गुलाम कादर, हाजी मुश्ताक खान, हाजी अब्दुल हक शेख, तौकीर लखारा, फेजान शेख आदि ने कव्वाली के आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी धर्मों के लोगों के साथ पुलिस प्रशासन का आभार व्यक्त किया। शनिवार को रंगकुल की फातिहा सुबह 10 बजे हुई व उर्स का समापन हो गया। वहीं इसके पश्चात नूरी गार्डन में लंगर का आयोजन किया गया जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने बड़ी संख्या में शिरकत कर धर्म लाभ लिया। सूफी-संत, हिंदू-मुसलमानों ने बड़ी संख्या में कव्वाली में पहुंचकर अपनी सद्भाव का संदेश दिया।

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