ऑक्सीजन की कमी को दूर करने का नैसर्गिक उपाय है पौधारोपण : जिला योजना अधिकारी

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रितेश गुप्ता, थांदला
कोरोना काल में कई स्थानों पर सबसे विकट समस्या आक्सीजन की कमी रही। दीर्घकालीन आवश्कता को ध्यान में रखते हुए समस्त वैकल्पिक उपायों के साथ ऑक्सीजन की कमी को दूर करने एक नैसर्गिक उपाय है पौधारोपण। यह बात जिला योजना अधिकारी, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग हेलन वसुनिया ने जन अभियान परिषद के कार्यालय परिसर में पौधारोपण के उपरांत कही। गौरतलब है कि जन अभियान परिषद द्वारा अपने संस्थापक उपाध्यक्ष, राज्यसभा सांसद और भारत सरकार में पूर्व पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अनिल माधव दवे की पुण्यतिथि पर जिला एवं विकासखण्ड मुख्यालयों पर पूर्ण कोविड प्रोटोकाल सहित सीमित पौधारोपण किया गया। इसी कड़ी में झाबुआ जिले में परिषद द्वारा आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में जिला योजना अधिकारी ने परिषद के कोरोना वॉलेंटियर के साथ परिषद के जिला कार्यालय परिसर में नीम, आम और बरगद के पौधों का रोपण किया गया। इस दौरान परिषद के जिला समन्वयक अमित शाह, विकासखण्ड समन्वयक तोलिया डामोर और तेजसिंह देव भी मौजूद रहे। इस मौके पर जिला योजना अधिकारी ने बताया कि कोरोना के इस भीषण दौर में जब संपूर्ण मानव जाति आक्सीजन की कमी से जूझ रही है ऐसे में यह और भी प्रांसगिक हो जाता है कि धरती को हरियाली से आच्छादित कर नैसर्गिक रूप से आक्सीजन की कमी को दूर किया जाए। उन्होंने आग्रह किया कि प्रत्येक परिवार अपने घर आंगन में एक पौधा अवश्यय लगाएं और उसकी उत्तरजीविता सुनिश्चत करें। परिषद के जिला समन्वयक अमित शाह द्वारा बताया गया कि कोरोना काल उपरांत परिषद अपने नेटवर्क के माध्यम से समस्त ग्रामए नगरों में व्यापक स्तर पर पौधारोपण के कार्यक्रम आयोजित करेगा। पौधारोपण के उपरांत जिला योजना अधिकारी एवं जिला समन्वयक ने कोरोना वालेंटियर्स को अपने ग्राम-नगर, मोहल्ले की कोरोना से रक्षा हेतु स्थानीय रहवासियों को जागरूक कराने हेतु कार्य करने की शपथ भी दिलाई गई।