सच को आंच नहीं झूठ को पांव नहीं : रामाभाई

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मुकेश परमार की रिपोर्ट
सांच को आंच नहीं झूठ को पैर नहीं पूरे विश्व को एक परिवार मानकर उसे उनके मांगल्य वह उत्थान के लिए अनेक अभियान सेवा कार्य पर प्रकल्प नियंत्रण चल रहे हैं। पूज्य बापूजी की प्रेरणा से देश विदेशों में 14 की जगह मातृ पितृ पूजन दिवस, नारी सशक्तिकरण विद्यार्थी तेजस्वी तालीम शिविर, जरूरतमंदों में राशन जीवन उपयोगी सामग्री वितरण प्रशासन उन्हें देवी कार्यों को न देखते हुए अभी 4 सालों से नींद निर्दोष संतो को जेल में रखा गया। अहमदाबाद आए से राणापुर हरि उद्यान रोड संत आशा आश्रम स्थिति सत्संग पंडाल में पहुंचे और व्यासपीठ को प्रणाम कर सत्संग की शुरुआत की। सत्संग में रामाभाई ने कहा संतश्री ने भक्तों को जीवन का सही ढंग सिखाया वह जीवन जीने का उद्देश्य बताया रामाभाई ने युवा युवा सेवा संघ के युवाओं में विद्यार्थियों पर विशेष जोर दिया उन्होंने बताया की आज्ञा चक्र को अनामिका उंगली से हर हल्का रगड़ते हुए ओम गणपति? श्री गुरुभ्यो नम: करके तिलक करे फिर दो-तीन मिनट प्रणाम की मुद्रा में संचार आसन करते हुए दोनों हाथ जोडक़र सिर जमीन पर लगाकर रखे और दूसरे प्रयोग बताए हुए सूर्य के समय तांबे के पात्र में जल लेकर सूर्य भगवान को जल चढ़ाएं इससे बुद्धि शक्ति बढ़ती और माता-पिता व गुरुजन को आदर पूर्वक सम्मान दे प्रात: काल उठे के रघुनाथ माता पिता गुरु वाहिनी माता सांषटांग दंडकत किस लिए बताएं। उसकी महत्व बताएं भारतीय संस्कृति में आनंदी काल से चलती आ रही। शिष्य द्वारा गुरु को प्रणाम करने की परंपरा का वैज्ञानिक महत्व बताया। प्रथम दिन था सत्संग का कल आज  रविवार 4 फरवरी को विशेष मातृ पितृ पूजन दिवस का आयोजन होगा। बड़ी संख्या में माता-पिता का पूजन कार्यक्रम किया जाना है सत्संग के पश्चात भजन कीर्तन के बाद आरती हुई। योग वेदांत सेवा समिति राणापुर व पदाधिकारी युवा सेवा संघ के सभी सदस्यों ने दीप से पूज्यश्री की आरती की।