ध्वजारोहण के साथ हुई सिद्धचक्र महमंडल विधान का शुभारंभ, सांसद भूरिया ने मुनिजी से लिया आशीर्वाद

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मयंक गोयल, राणापुर
नगर की पावन धरा पर आज जैन बड़ा मंदिरजी मे मुनिश्री प्रसन्न सागर महाराज के सानिध्य में ध्वजारोहण रोहण के साथ सिद्धचक्र महामंडल विधान का शुभारंभ हुआ, जिसमे सुबह मुनिश्री सानिध्य में तीन लोक के नाथ भगवान का अभिषेक, शांतिधारा हुई। नित्य नियम पूजन, विधान की पूजन के साथ अर्घ चढ़ाए गए, जिसके बाद महाराज आहार उतरे मुनिश्री प्रसन्न सागर महाराज का उपवास था। वही पीयूष सागर महाराज को आहार कराने का लाभ मोहनलाल हंसराज अग्रवाल परिवार, एलक पर्व सागर का आहार कराने का लाभ कल्याणमलपंचोली परिवार को मिला।

विधान के 504 अर्घ चढ़ाए गए
बड़ा मंदिर जी मे मुनि श्री सानिध्य में संगीतमय पूजा पढ़ाई गई, जिसके कई श्रदालु कई राज्यो के शामिल हुए। सिद्ध चक्रमंडल विधान के पूजन के गुणों ध्यान कर 8, 16, 32, 64, 128, 256 अर्घो का ध्यान कर कुल 504 अर्घ चढ़ाए गए।

सांसद भूरिया ने किए दर्शन
पूजन के दौरान झाबुआ-रतलाम संसदीय क्षेत्र के सासंद कांतिलाल भूरिया महाराजजी के दर्शन करने बड़ा मंदिरजी पहुंचे, जहां महाराजजी द्वारा भूरिया को मोती माला पहनाकर आशीर्वाद प्रदान किया। इस दौरान मुनि पीयूष सागरजी महाराज बताया कि मुनि का चातुर्मास मध्यप्रदेश सोनकच्छ के पास पुष्पगिरी तीर्थ में 23 जुलाई को संभवत: प्रवेश होगा। पहले ऐसे संत है जिनका कठोर तपस्या की मुनि ने अपने जीवन काल में 3000 से ज्यादा उपवास किए, जो कि वल्र्ड रिकॉर्ड है। एकमात्र ऐसे संत है जिन्हें वियतनाम यूनिवर्सिटी ने डॉक्टर की उपाधि दी थी।

बोलिये लगाने में मची होड़
पूर्व संध्या सिद्धचक्र विधान में बैठने के इंद्र-इन्द्राणी के पात्र के लिए बोलिया लगाई गई, जिसमे ऐसी होड़ लगी मानो खुद इंद्रदेव धरती पर उतर आए हो। सबसे पहले सौधर्म इंद्र शशिकांत कल्याणमल पंचोली, कुबेर इंद्र दीपक मनोहरलाल पंचोली, ईशान इंद्र कमल सुमतिलाल शाह, सनत इंद्र पवन मोहनलाल अग्रवाल, महेंद्र इंद्र हसमुखलाल रमणलाल कोडिया, यज्ञ नायक सचिन राजेन्द्र डोशी, ध्वजारोहण पवन कल्याणमल पंचोली, मंगल दीप प्रज्वलन मुकेश, हरिता चेन्नई वाले परिवार ने ली।
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