शांति और सद्भाव से मनाए सभी त्यौहार – एसडीएम एमएल मालवीय

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सलमान शैख़@ पेटलावद
पर्व शांति व सहिष्णुता के प्रतीक होते हैं। त्यौहार भाईचारे का संदेश देते हैं, अत: मिलजुल कर शांति सद्भाव के साथ पर्व मनाए जाएं। जिस प्रकार से सारे त्यौहार सभी मिलकर मनाते आए हैं, उसी प्रकार से आगामी त्यौहार गणेश उत्सव, मोहर्रम पर्व, तेजा दशमी, डोल ग्यारस, अनंत चतुर्दशी को शांतिपूर्ण और सौहार्द्र तरीके से मनाए। सुप्रीम कोर्ट के निर्देंशानुसार नियत स्थान (पोखर) में ही किया जाए।
यह निर्देंश एसडीएम एमएल मालवीय ने शांति समिति की पुलिस थाने में आयोजित बैठक में दिए। इस बार गणेशोत्सव व मोहर्रम साथ आ रहे हैं। एेसा दूसरी बार हो रहा है। एेसे में एक तरफ जहां विघ्नहर्ता गणेशजी की स्थापना होगी, वहीं दूसरी और ताजियों के जुलूस निकाले जाएंगे। दोनों पर्व शांति, सद्भाव और एकता के साथ मनें, इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने भी रूपरेखा बनाना शुरू कर दिया है।
बैठक में एसडीओपी श्रीमती बबिता बामनिया, तहसीलदार मुकेश काशिव, टीआई दिनेश शर्मा विशेष रूप से मौजूद थे।
एसडीएम श्री मालवीय ने कहा कि 2 सितंबर को गणेश चतुर्थी के साथ ही गणेशोत्सव प्रारंभ हो जाएगा। 9 तारीख को डोल ग्यारस, 10 तारीख को मोहर्रम तथा इसके बाद 12 तारीख को गणेश विसर्जन होगा। गणेश उत्सव एवं मुहर्रम के दौरान श्री गणेश एवं ताजियों को नदी के किनारे बने पोखरों में ही विर्सजित की जाये। इसकी व्यवस्था नपं करें। विर्सजन स्थल पर प्रकाश व्यवस्था, तैरने के लिए तथा पर्व पर आवश्यक पुलिस बल तैनात किया जाये। इसके अलावा तेजा दशमी, भादवी बीज, ढोल ग्यारस पर्व पर भी व्यवस्थाओं के लिए जवाबदारी दी गई।
एसडीओपी श्रीमती बामनिया ने कहा फिजा में खलल पैदा करने वालो पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान जुलूस, रैली, प्रदर्शन, चल समारोह, विसर्जन समारोह, अखाड़ों में किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रयोग नहीं होगा। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट, कमेंट्स पर भी प्रतिबंध रहेगा।
टीआई श्री शर्मा ने कहा धार्मिक त्योहारों की समिति के जिम्मेदारों का भी दायित्व है कि शहर में अमन-चैन के साथ त्योहार मनाए। जुलूसों के दौरान पुलिस अलर्ट रहेगी एवं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। डोल ग्यारस एवं मोहर्रम के जुलूस निकालने के समय के लिए आपसी समन्वय से कार्य करें। पंडाल समितियां रात में सुरक्षा के लिए वालंटियर्स नियुक्त करें। समिति के सदस्य प्रशासनिक अधिकारियों के कॉन्टेक्ट नंबर रखें ताकि आवश्यकता पड़ने पर तुरंत संपर्क किया जा सके। उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया की प्रशासन द्वारा बताए गए समय के अनुसार जुलूस एवं झांकियां निकाले तथा व्यवस्था बनाएं रखने में सहयोग करें।
मोहर्रम पर्व को पारंपरिक रुप से मनाने पर सहमति बनी। आयोजनों की समय सीमा का निर्धारण व सभी पर्वो पर निकलने वाले जुलूस के दौरान मार्ग अवरुद्घ नहीं करने की समझाइश दी। बैठक में नगर के गणमान्य नागरिक, आयोजन समितियो के कार्यकर्ता, ताजिये निर्माण करने वाले श्रद्धालु, जनप्रतिनिधि व पत्रकारगण सहित पुलिसकर्मी मौजूद रहे।