लिंक फेल है, इस बैंक में 14 दिन से लेन-देन बंद, हजारो खाताधारक परेशान

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सलमान शेख, पेटलावद

झाबुआ जिले के सबसे चर्चित शहर पेटलावद में इन दिनों शहरवासीयो सहित ग्रामीण अंचलवासी खासे परेशान नजर आ रहे है। इसका कारण है जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते बैंक में लिंक न होना।
दरअसल, शहर के कानवन मार्ग स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में बीते 14 दिनो से हजारो खाताधारको को लेन-देन में परेशानी उठानी पड़ रही है। लोग बैंक जाते है पर वहां कहा जाता है कि सिस्टम खराब है और लिंक फेल है, जल्द ही ठीक हो जाएगा, पर उम्मीद में उपभोक्ताओ की जिंदगी मुसीबत में पडऩे लगी है। गरीबो ने अपने पैसे वहां सुरक्षित समझकर इसलिए रखे ताकि वे जरूरत के समय इसे निकाल कर अपना काम कर सके, पर कई उपभोक्ताओ ने बताया कि वे रोज ही पैसे निकालने आते है, पर बैंक उन्हें वापस लोटा देती है। आज बैंक के सामने एक महिला ने यहां तक कहा कि उसकी बेटी बुखार से तड़प रही है और उसे डॉक्टर से दिखाने के लिए उसके पास पैसे नही है, लगता है बैंक वाले उसकी जान ही लेकर छोड़ेंगे। ब्रांच मैनेजर कहते है कि एक-दो दिनो के अंदर समस्या सुलझ जाएगी, टेक्रीशियन लगे हुए है। उपेक्षा के शिकार बने पेटलावद के लोग बैंक वालो को कौसते नजर आते है और कहते है कि प्रशासन का ध्यान इधर क्यो नही जाता है..?
कोई नही समझ पा रहा कि आखिर समस्या क्या है:
उपभोक्ताओं को कार्य समय पर नहीं हो रहे है और बैंक का चेनल गेट लगाकर लिंक फेल होने संबंधित बोर्ड लगा दिया गया। पेटलावद में लिंक नहीं होने से बैंक कर्मचारियों को बामनिया शाखा में कार्य करना पड़ रहा है। बैंक अधिकारियो का कहना है कि बीएसएनएल के वायर टुट गयें है इसलिए लिंक नहीं है तो दुसरी और बीएसएनएल के अधिकारियों को कहना है कि बैंक में लगा मॉडम खराब होने से यह समस्या आ रहीं है। दोनो जिम्मेदार एक-दुसरे पर बात डालकर पल्ला झाड़ रहे है। जिससे कोई समझ नहीं पा रहा है कि आखिर लिंक नहीं होने के मुख्य समस्या क्या है।
महिलाएं सबसे ज्यादा हो रही परेशान:
आसपास से आये ग्रामीण लिंक फेल होने से काफी परेशान नजर आ रहे है। बैंक के बाहर लंबी कतार लगी है। मंगलवार को लगातार 14वें दिन भी लिंक फेल होने से काफी महिलाएं परेशान होती नजर आई, जिनके साथ छोटे-छोटे बच्चे भी है पूरा दिन बैंक की कतार में ही खत्म हो जाता है और आखरी जवाब लिंक फेल हैं। महिलाओं का कहना है कि हम 8 दिनों से बैंक आ रहे है लेकिन लिंक फेल होने से हम हमारे पैसे नहीं निकाल पा रहे है। हमारा पूरा समय बैंक के बाहर ही हो जाता है और आखिरी में निराशा के साथ घर को लौटना पड़ रहा है।
उपभोक्ता में सबसे ज्यादा व्यापारी वर्ग काट रहे बैंक के चक्कर:
पिछले 14 दिनो से बैंक के उपभोक्तायो में अगर सबसे ज्यादा परेशान कोई है तो वह व्यापारी वर्ग है। जो प्रतिदिन लेन-देन से संबंधित कार्य नही होने पर चक्कर काटते नजर आते है। वहीं आदिवासी बाहुल्य क्षैत्र होने के कारण आए दिन नेटवर्क की समस्या यहां बनी रहती है। जिसके कारण बैंक उपभोक्ताओ को आए दिन पैसे के लेन-देन की समस्या से जूझना पड़ रहा है। बैंक में आने वाले उपभौक्ता बताते है कि हमारा समय पर काम नहीं हो रहा है जिससे हमें काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है, जल्द हीं इस समस्या का निराकरण करना चाहिए।