मॉर्निंग फॉलोअप में महिलाओं को दिलाया खुले में शौच बंद करने का संकल्प

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
हमारी मां बहन बेटियों के मान सम्मान की रक्षा करना है तो हमें खुले में शौच करना बंद करना होगा तभी हम अपनी परिवार की महिलाओं को उनका सही मान सम्मान दिला पाएंगे अन्यथा हमारी पर्दा प्रथा या अन्य कोई प्रथा कोई मायने नहीं रखती है। वहीं खुले में शौच मुक्त होने से बीमारियों पर भी रोक लगेगी। आज भारत में प्रतिदिन हजारों बच्चें गंदगी के कारण मरते है। इसको रोकने के लिए प्रयास समुदाय के लोगों को ही आगे आ कर करने होंगे। इसके लिए शासन प्रशासन अपने स्तर से सब प्रयास कर चुकी है। केवल अब समुदाय के लोगों की सोच बदलने की जरूरत है। उक्त बात फीडबैक फाउंडेशन दिल्ली के राजेश द्वारा रामनगर में ट्रिगरिंग के दरमियान व्यक्त किए गए। उन्होंने समुदाय के लोगों को समझाते हुए खुले में शौच जाने से होने वाले नुकसानों के बारे में एक एक कर ग्रामीणों को समझाया और उन्हें खुले में शौच मुक्त करने के लिए संकल्प भी दिलवाया। ग्रामीणों ने उनकी बातों से प्रभावित होकर संकल्प लिया कि ग्राम पंचायत रामनगर को खुले में शौच मुक्त करेंगे। इसके साथ ही पंचायत के विभिन्न ग्रामों की निगरानी समितियां बनाई गई जो की प्रतिदिन मॉर्निंग फॉलोअप करेगी तथा खुले में शौच जाने से लोगों को रोककर उन्हें समझाइश देगी।
मॉर्निंग फॉलोअप
वहीं राजेश द्वारा शुक्रवार को सुबह हनुमंत्या ग्राम पंचायत में मॉर्निंग फॉलोअप कर ग्रामीणों से विस्तृत चर्चा कर शौचालय निर्माण, सुधार और खुले में शौच मुक्ति पर खुल कर चर्चा की जिसमें ग्राम सरपंच और ग्रामीणों ने पूरा सहयोग प्रदान कर 20 फरवरी तक ग्राम पंचायत हनुमंत्या को खुले में शौच मुक्त करवा कर ओडीएफ करवाने का प्रण लिया.
प्रेरकों की बैठक हुई
इसके साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 42 नवीन प्रेरक और 6 संकुल सहजकर्ता झाबुआ से प्रशिक्षण प्राप्त कर आए उनकी एक अहम बैठक एसडीएम हर्षल पंचोली, सीईओ महेंद्र सिंह घनघोरिया और फीडबेक फाउंडेशन के राजेश द्वारा ली गई, जिसमें सभी लोगों को स्वच्छता मिशन के कार्यों के बारे में अधिक समझाइश देकर शीघ्र ही पेटलावद विकासखंड को ओडीएफ करने की बात कहीं गई। इसके साथ ही पुराने प्रेरकों से क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी ली गई तथा सर्वे रिपोर्ट की समीक्षा की गई। इसके साथ ही एसडीएम पंचोली ने प्रेरकों से कार्य करने के दौरान आ रही समस्याओं के बारे में भी जाना, जिसमें कुछ प्रेरकों ने शासकीय कर्मचारियों द्वारा ही शौचालय निर्माण नहीं किए जाने की बात कहीं जिस पर एसडीएम पंचोली ने तत्काल कार्रवाई करने की बात कहीं और निर्देश भी दिया की यदि कोई शासकीय कर्मचारी शौचालय नहीं बनाता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।