बच्चों में धर्म के प्रति जागृति लाने के लिए मंदिरों में प्रति सप्ताह संस्कार शालाओं का हो संचालन: सिर्वी समाज धर्मगुरु श्री राठौर

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सलमान शैख@ झाबुआ Live
पेटलावद सिर्वी समाजजनों में उस समय खुशी की लहर छा गई, जब समाज के धर्मगुरु एवं आई माता जी के दुत परम पूजनीय श्री माधव सिंह जी राठौर का दो दिवसीय पेटलावद प्रवास संपन्न हुआ। इस दौरान धर्मगुरु ने आई माताजी मंदिर पेटलावद में धर्म सभा को संबोधित करते हुए समाज के लोगों को निर्देश दिया कि सभी आई माता जी की बेल की 11 नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए धर्म के मार्ग पर चलें तो आई माताजी सदैव उनकी रक्षा करेगी । गुरुदेव ने कहा कि बच्चों में धर्म के प्रति जागृति लाने के लिए मंदिरों में प्रति सप्ताह संस्कारशाला ओं का संचालन किया जाना चाहिए केवल मंदिर निर्माण से ही हमारी जिम्मेदारियां पूर्ण नहीं होती है मंदिर जनजागृति का केंद्र बनने चाहिए। इस अवसर पर निर्माणाधीन आई माता मंदिर पर गुरुदेव की प्रेरणा से मंदिर के निर्माण के अंतर्गत श्री कांतिलाल जी गंगाराम जी परमार के द्वारा अपनी ओर से मंदिर के मुख्य द्वार के निर्माण की घोषणा श्री रामलाल जी नारायण हामड द्वारा मंदिर के दोनों तरफ के मेहराब में स्टील जाली लगवाने की घोषणा एवं श्री नारायण जी धन्ना जी कोटवाल द्वारा चढ़ाव की रेलिंग लगवाने की घोषणा की गई। इस अवसर पर धर्मगुरु दीवान साहब ने मंदिर निर्माण के सबसे बड़े दानदाता श्री कोदा जी मोडा जी पडियार को दानवीर की उपाधि से सम्मानित किया। इस अवसर पर सीरवी समाज के नगर अध्यक्ष श्री बंटी पडियार ने बताया मंदिर निर्माण पूर्ण होते ही नवरात्रि तक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन कर माता जी को नए मंदिर में विराजित किया जावेगा।