झाबुआ Live फ़ोकस: काम का मिला इनाम, हमें भी अपेक्षा…

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सलमान शैख़@ पेटलावद

सरकारे कई आई और चली गई, लेकिन जनता की समस्याएं आज तक नहीं सुलझी। जी हां, हम बात कर रहे है पेटलावद विधानसभा क्षेत्र के उन स्थानीय मुद्दों की जिनकों राजनीतिक दल लगातार नजरअंदाज करते आ रहे है। भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दल अपने-अपने घोषणा पत्र में प्रदेश स्तर के मुद्दों को शामिल कर लोगों से वोट मांगे, लेकिन अब फिर से केद में भाजपा सरकार बनने के बाद क्या क्षैत्र की स्थानीय समस्याओं से लोगों को निजात मिलेगी? इस सवाल का जवाब कोई नहीं बोल रहा है। जनता अपने सवालों का जवाब राजनीतिक दलों से चाहती है।

मध्य प्रदेश सहित सभी राज्यो के लोकसभा चुनाव परिणाम आ चुके हैं। देश की जनता पहले से ही इसे फाइनल मुकाबले के रूप में देख रही थी। जनता ने महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ जबकि काम करने वाले जनप्रतिनिधियों के पक्ष में वोट दिया है। इस कवायद में भाजपा विकल्प बनी और उसे दूसरी बार केंद्र में पूर्ण बहुमत से कमान संभालने का इनाम मिला। जनता की यह भावना गुरूवार को उस समय उभरकर सामने आयी जब नईदुनिया टीम उनके बीच पहुंची। लोगों ने यहां के जनप्रतिनिधियों से वादे पूरे करने की अपेक्षा रखते हुए उन्हें जनहित में और तेजी से काम करने की नसीहत दी है। वहीं विधानसभा में हार की जिम्मेदारी कांग्रेस विधायक को लेना होगी, क्योकि पिछले दिनो विधायक ने नगर हितार्थ में कोई ऐसे कार्य नही किए जिससे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लाभ होता, वरन वह कार्य कर डाले जिससे फिर से कांग्रेस की छवि धूमिल हो गई और इसका नतीजा यह निकला कि भाजपा को पेटलावद विधानसभा से बढ़त मिल गई।

ये मुद्दे जो रहे गए पीछे-

– नगर में सर्वसुविधायुक्त बस स्टैंड का अभाव।

– सामुदायिक स्वास्थ्य डॉक्टरों रिक्त पद।

– क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांवों की सडक़ें।

– उद्योग-धंधे का अभाव। रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन है।

– पेजयल की समस्या, जिसका समाधान।

– माही परियोजना का अधूरा काम।

-उच्च शिक्षा और तकनीकि शिक्षा में सुधार।

– कृषि सिंचाई के लिए व्यवस्था में कमी।

– खेल प्रतिभाओं के लिए मैदान का अभाव।

– मास्टर प्लॉन के हिसाब से शहर का विकास।