बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है होलिका दहन : संघ जिला प्रचारक धमेंद्र मौर्य

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भूपेंद्र  बरमण्डलिया@मेघनगर

दशहरा मैदान का प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी होली दहन का आयोजन हर्षोल्लास आयोजित किया गया। होलिका दहन का बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। होली में जितना महत्व रंगों का है उतना ही होलिका दहन का भी है क्योंकि इस दिन किसी भी बुराई को अग्नि में जलाकर खाक किया जा सकता है। होलिका दहन, रंगों वाली होली के एक दिन पहले यानी फाल्गुन मास की पूर्णिमा को किया जाता है। इसके अगले दिन रंगों से खेलने की परंपरा है जिसे धुलेंडी, धुलंडी नामों से भी जाना जाता है।

*जिला प्रचारक ने बताया होलिका महत्व*

विष्णु पुराण के अनुसार प्रह्लाद के पिता दैत्यराज हिरण्यकश्यप ने तपस्या कर देवताओं से यह वरदान प्राप्त कर लिया कि वह न तो पृथ्वी पर मरेगा न आकाश में, न दिन में मरेगा न रात में, न घर में मरेगा न बाहर, न अस्त्र से न शस्त्र से, न मानव से मारेगा न पशु से। इस वरदान को प्राप्त करने के बाद वह स्वयं को अमर समझ कर नास्तिक और निरंकुश हो गया। हिरण्यकश्यप अपने बेटे से बहुत घृणा करता था।उसने प्रह्लाद पर हजारों हमले करवाये फिर भी प्रह्लाद सकुशल रहा। हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को मारने के लिए अपनी बहन होलिका को भेजा। होलिका को वरदान था कि वह आग से नहीं जलेगी।हिरण्यकश्यप ने होलिका को बोला कि वह प्रह्लाद को लेकर आग में बैठ जाए और उसने ऐसा ही किया। लेकिन, हुआ इसका उल्टा। होलिका प्रह्लाद को लेकर जैसे ही आग में गई वह जल गई और प्रह्लाद बच गए। प्रह्लाद अपने आराध्य विष्णु का नाम जपते हुए आग से बाहर आ गए। इस घटना की याद में लोग होलिका जलाते हैं और उसके अंत की खुशी में होली का पर्व मनाते हैं। बाद में भगवान विष्णु ने लोगों को अत्याचार से निजात दिलाने के लिए नरसिंह अवतार लेकर हिरण्यकश्यप का वध किया। मेघनगर दशहरा मैदान पर होलिका दहन शुभ मुहूर्त रात्रि 10:05 पर नगर के समस्त जनता एवं विशेष रूप से आमंत्रित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक धर्मेंद्र मौर्य ने की एवं सभी धर्म प्रेमी जनता ने होलिका की परिक्रमा कर पूजा अर्चना की एवं सभी को रंग गुलाल लगाकर मिलन सरिता व एकजुटता मैत्री का संदेश दिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक धर्मेंद्र मोर्य ,अर्जुन डामोर, कौशल सोनी, यशवंत देवाना, प्रितेश भानपुरिया, भाविक बारोट,समाजसेविका रेखा शर्मा, श्रीमती आरती भानपुरिया,प्रंजल शर्मा, उदित शर्मा,विवेक नायक एवं कई कार्यकर्ता धर्म प्रेमी जनता उपस्थित रहे।

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