हनुमानजी के जन्मोत्सव में हुए महाभंडारे में हजारों भक्तों ने की शिरकत

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भूपेंद्रसिंह नायक, पिटोल
तिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी विटोल हनुमानगढ़ी मंदिर पर तीन दिवसीय धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ इस कार्यक्रम में 17 तारीख को स्थानीय हनुमान गढ़ी मंदिर पर शाम 4 बजे से विशाल चल समारोह निकला जिसमें जिले की तपोभूमि पिपलखुंटा धाम से पधारे महंत दयाराम महाराज का स्वागत कर उन्हें बगिया में बिठाकर और हनुमानजी की बड़ी तस्वीर लगे ट्रैक्टर की झांकी को डीजे बैंड और नासिक ढोल के साथ विशाल चल समारोह पिटोल नगर के भ्रमण में निकला। इस चल समारोह का स्थानीय लोगों द्वारा जगह- जगह स्वागत किया गया और राधा कृष्ण मंदिर पर राधा कृष्ण नवयुग मंडल द्वारा चल समारोह में पधारे सभी धर्मावलंबियों को आइसक्रीम खिलाई गई।र चल समारोह रात्रि 8 बजे वापस हनुमान मंदिर पहुंचा जहां हनुमान जी की के बाद प्रसादी वितरण की गई। वहीं गुरुवार को पूरे दिन धार्मिक कार्यक्रम चले 19 तारीख को हनुमान जी के जन्मोत्सव पर सुबह 5.30 बजे पर मंगला आरती क हुई जिसमें पिटोल नगर के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। वहीं दोपहर 12 बजे आरती के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन हुआ और इस भंडारे में पिटोल सहित आसपास के ग्रामीणों ने भारी संख्या में पधारकर प्रसादी ग्रहण की शाम 6 बजे तक करें 8000 लोगों ने प्रसादी ग्रहण की । इस भंडारे में गुजरात के करीब 10 गांव के लोग भी शामिल होते हैं यह आयोजन संपूर्ण पिटोल नगर की जनता द्वारा जन सहयोग के से होता है इस पूरे कार्यक्रम को स्थानीय हनुमानगढ़ी मंदिर समिति करती है।
दिव्यांग किलाण भी देता है अपनी इस भंडारे में सेवाएं
प्रतिवर्ष गांव काला खुद की है भुआ फलिया के का किलाण पिता तेजिया उम्र 20 वर्ष किसी कारण बचपन में जल गया था। उसकी पूरे शरीर की चमड़ी सुकड़ी हुई है उसका एक हाथ भी उसके शरीर से चिपका हुआ है हाथ चिपका होने के बावजूद भी वह पूर्ण रूप से इस धार्मिक आयोजन में पधारे श्रद्धालुओं का प्रसादी वितरण करता है। इसके इस धार्मिक काम आगे रहने के कारण हर कोई प्रशंसा के बिना नहीं रहता किलान का कहना है कि आसपास के गांव में जहां भी भंडारा प्रसादी का आयोजन होता है मैं वहां सेवा देने के लिए जाता हूं इससे मुझे आत्मिक शांति मिलती है।
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