राजनीतिक हलचल: पेटलावद नगर परिषद चुनाव 2022

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सलमान शैख@ झाबुआ Live

निर्वाचन आयोग ने भले ही अभी बची नगरीय निकायो के चुनाव की घोषणा नहीं की है, लेकिन गत दिनों हुए वार्ड आरक्षण के बाद से अब हर गली-मोहल्ले में उम्मीदवारों की चर्चा होने लगी है। इस बार पार्षद का चुनाव तो सीधे जनता से होगा, लेकिन अध्यक्ष अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुने जाएंगे। आपको बता दे कि पेटलावद नगर परिषद में अध्यक्ष सीट आदिवासी महिला के लिए है। आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही दावेदारों के साथ ही पार्टी ने भी जीतने वाला चेहरा तलाशना शुरू कर दिया है। इसके लिए दोनों ही पार्टियों ने जल्द ही क्षेत्र में बैठक लेना तय किया है। भाजपा जहां पूरी ताकत से नगर परिषद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है वहीं कांग्रेस में तैयारी तो चल रही है लेकिन कांग्रेस में रहे कई कांग्रेसियों के भाजपा में जाने से यहां ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस को निकाय स्तर पर अपने संगठन को फिर से तैयार करना पड़ रहा है। युवाओं को लगातार पार्टी से जोड़ना पड़ रहा है।

अध्यक्ष के लिए ये है दावेदार-

दोनों ही पार्टियों की ओर से अभी उम्मीदवार तो घोषित नहीं हुए हैं, लेकिन कई नाम चर्चा में जरूर आए हैं। इसमें कई दिग्गज भी शामिल हैं। भाजपा की ओर से पूर्व जनपद अध्यक्ष के पुत्र योगेश गामड़ की पत्नि का नाम सामने आ रहा है। जो दूसरा नाम सामने आ रहा है वह वर्तमान वार्ड 7 के पार्षद मोहन मेड़ा की पत्नि का है। योगेश गामड़ का परिवार शुरू से ही संगठन से जुड़े हुए हैं इसलिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। दूसरी ओर मोहन मेड़ा अपनी पत्नी को इस बार अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतार सकते हैं। ये सभी उम्मीदवार अपनी पत्नियों को ही चुनाव लड़ाएंगे। यदि भाजपा महिला नेत्री को मैदान में उतारती है तो एकमात्र नाम दीदी के नाम से मशहूर पूर्व विधायक निर्मला भूरिया का सामने आ रहा है।

दूसरी ओर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस की ओर से अभी कोई ऐसा उम्मीदवार नजर नहीं आ रहा, जो भाजपा को टक्कर दे सके, यह इसलिए कि पेटलावद की सीट पर हमेशा से बीजेपी का ही कब्जा रहा है। ऐसे में अध्यक्ष भाजपा के खेमे से ही यहां बनता नजर आएगा। खैर कोन अध्यक्ष बनेगा यह भविष्य के गर्त में छिपा है। हालांकि पेटलावद में चल रही चर्चाओं में युवाओं का कहना है कि इस बार दोनों ही दलों को किसी युवा चेहरे को मौका देना चााहिए। युवा मतदाताओं की संख्या अधिक है तो इसका अच्छा प्रभाव रहेगा।

वार्डो में भी कहीं 3 तो कहीं 4 दावेदार-

पेटलावद नगर परिषद के 15 वार्डो की बात करे तो दोनो ही दलों से किसी वार्ड में 3 तो किसी वार्ड में 4-4 दावेदार अपनी उम्मीदवारी जता रहे है। चुकी वार्डो में वार्ड 1,6,9 और 10 अनारक्षित मुक्त वार्ड है, इसलिए यहां हर कोई बड़ा नेता अपनी उम्मीदवारी कर रहा है। जिसमें  पूर्व नप अध्यक्ष विनोद भंडारी पूर्व पार्षद सुरेंद्र काका भंडारी का नाम भी शामिल है। वहीं समाजसेवी गोतम गेहलोत भी इन वार्डो में भाजपा से अपनी दावेदारी जता रहे हैं। वहीं यह भी चर्चा है कि इन वार्डो में जो भी जीता वह नगर परिषद उपाध्यक्ष का प्रबल दावेदार रहेगा।  

वहीं बात करे वार्ड 2,5,11 और 12 की तो यह वार्ड अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित है। यहां भी कई दिग्गज नेता अपनी पत्नियों को चुनावी समर में उतारने का मन बना रहे हैं। वार्ड 2 और 11 की बात करें तो यहां वर्तमान पार्षद को जनता रिपीट कर सकती है। हालांकि वार्ड 2 में इस बार महिला सीट होने की वजह से वर्तमान पार्षद के लिए राह आसान नहीं होगी। फिर भी हम यह कह सकते है कि वार्ड 2 की पूर्व पार्षद रह चुकी रचना प्रकाश मूलेवा यहां फिर से भाजपा को जीत दिला सकती है। अब बात की जाए वार्ड 4 और 14 की तो यह वार्ड ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है। यहां भी दोनो ही दलों से जुड़े 3-3 लोग अपनी उम्मीदवारी जता रहे है। जिसमें युवा चेहरे भी शामिल हैं। वार्ड 8 जो अजा मुक्त है। यहां भी अब जनता का मन बदलाव की ओर है। यहां वर्तमान में पार्षद भाजपा समर्थित है, लेकिन अब उनका विरोध हर जगह देखने को मिल रहा है। ऐसे में जनता चाहती है कि कोई ऐसा उम्मीदवार यहां दोनो ही दल खड़े करे जो जितने के बाद 5 सालो तक जनता के बीच रहकर जनता हित के कार्य कर सके।

इन वार्डो से जो जीता उनमें से बनेगा नप अध्यक्ष-

बात नगर परिषद अध्यक्ष की रही तो वार्ड 3,7,13 और 15 की तो इन वार्डो में जो भी दावेदार पार्षद का चुनाव जीतेगा उनमें से एक नगर परिषद अध्यक्ष बनेगा। वार्ड 3 और 13 अजजा मुक्त है और 7 और 15 अजजा महिला के लिए आरक्षित है। अब 3 और 13 में भी दावेदार अपनी पत्नियों को चुनाव लड़ाने का मन बना रहे है, इससे उनकी आगे जाकर अध्यक्ष पद की दावेदारी कायम रहेगी। नहीं तो अगर वे खुद चुनाव लड़ते है तो इस स्थिति में वे नप अध्यक्ष की उम्मीदवारी नहीं कर सकेंगे क्योंकि नपं अध्यक्ष की सीट अजजा महिला के लिए आरक्षित है। ऐसे में इन सभी वार्डो में मुकाबला दिलचस्प होगा। वार्ड 7 में वर्तमान पार्षद मोहन मेड़ा भाजपा से अपनी पत्नि के लिए टिकट की मांग करेंगे और उनका टिकट लगभग फाइनल भी है। वहीं वार्ड 13 की बात करें तो यहां भाजपा से एक युवा चेहरे का नाम सामने आ रहा है, अब वो युवा चेहरा कोन होगा यह चुनाव की घोषणा के बाद संगठन स्तर से तय किया जाएगा। फिलहाल पेटलावद नगर परिषद चुनाव इस बार वर्तमान पार्षदों के लिए आसान नहीं होने वाला है।