गुजरात से पैदल लौट रहे हैं काम की तलाश में गए श्रमिक, नहीं बरती जा रही है सावधानियां

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अशोक बलसोरा, संपादक

इन दिनों कोरोना वायरस महामारी की आशंकाओं के चलते लॉकडाउन हैं और पलायन पर गए हुए ग्रामीण जैसे-जैसे उन्हें सूचनाएं मिल रही है वैसे अपने घर को आने की होड़ से मची हुई है। यातायात के साधन नहीं होने के बावजूद सैकड़ों किलोमीटर की पैदल यात्रा कर अपने गंतव्य की ओर आ रहे हैं। इस खबर को लेकर झाबुआ लाइव ने जनप्रतिनिधियों व शासन-प्रशासन के जिम्मेदारों से अंचल से ग्रामीणों को उनके घरों तक सकुशल पहुंचाने की गुहार भी लगाई थी। जिसके बाद शासन के नुमाइंदों ने गुजरात सीमा से व्यवस्थाएं की है। इसके बाद बाद भी तीन चार दिनों से पैदल यात्रा करते हुए आज पारा क्षेत्र के 100 से अधिक ग्रामीण मजदूर जिनमें महिलाएं, पुरुष व बच्चे हैं विडंबना यह है कि गुजरात बॉर्डर से कतवारा, कुंदनपुर, राणापुर के रास्ते पारा पहुंचे, और जैसे ही यहां पर पता चला कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इनमें से अधिकांश लोगों की प्राथमिकी जांच डॉक्टर केएस डुडवे एवं उनकी टीम द्वारा की गई जिसमें चुड़ैली, कलमोड़ा, पिथनपुर, आम्बा, पलासड़ी आदि क्षेत्रों के लगभग 50 से लोगों की प्राथमिकी जांच की गई और उन्हें कोरोना वायरस से बचाव के लिए समझाईश भी दी गई। लेकिन डॉ.डुडवे ने बताया कि कुछ ग्रामीण बिना जांच करवाए ही अपने-अपने क्षेत्रों में चले गए हैं उनकी जांच के लिए एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया है कि उनकी प्राथमिकी जांच की जाए तथा संदिग्ध व्यक्तियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं जिला चिकित्सालय पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में पुलिस चौकी प्रभारी रमेश कोली से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने हमारे क्षेत्र में नाकाबंदी कर रखी है लेकिन आज सुबह में जो पैदल ग्रामीण आए उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सूचना दी गई है, वहीं प्रशासन के द्वारा की व्यवस्था के तहत वाहनों से भी कुछ श्रमिक आए हैं वे गुजरात-मप्र बार्डर पर जांच के बाद ही आ रहे हैं, उसके बावजूद भी जो लोग आए हैं उन्हें चिकित्सकीय प्रबंधन से बात कर जांच के बारे में बता दिया गया है। अभी तक पारा कस्बा में मुस्तैदी के साथ धारा 144 एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के दिशा निर्देशों का पालन करवाया जा रहा है। डॉ.केएस डुडवे की टीम में डॉ. प्रतिभा चौहान, मेडिकल ऑफिसर खेमराज परमार, लैब टेक्निशीयन कलवीस डावर, ड्रेसर फिरोजा बेन, देवा गुंडिया, स्टाफ नर्स अभिलाषा बारिया, अल्पा, सुरती, रमेश जमरा, जामसिंह देवड़ा, पप्पू भूरिया, कालू, रामचंद आदि ने गुजरात से आए हुए श्रमिकों की जांच कर रहे है। वहीं पुलिस चौकी प्रभारी रमेश कोली की पूरी टीम कोरोना वायरस की महामारी के बीच विकट परिस्थितियों में मुस्तैदी के साथ लगी हुई है। वहीं नागरिकगण भी इस भयावह माहौल को गंभीरता से ले रहे हैं और सहयोग प्रदान कर रहे हैं।

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