“गुजरात के वड़ोदरा” में “लाखो की मेफेड्रोन ड्रग्स कैस” में पकड़ाई ‘बिच्छू गैंग’ का निकला पेटलावद कनेक्शन; पढ़िए “Exclusive” ख़बर..

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सलमान शैख@ झाबुआ Live
गुजरात की वडोदरा पुलिस ने मंगलवार को चार लोगों को ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से आठ लाख रुपये मूल्य की प्रतिबंधित दवा मेफेड्रोन जब्त की गई है, जिसे उन्होंने कथित तौर पर मध्य प्रदेश से खरीदा था। वडोदरा पुलिस के स्पेशल आपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने कहा कि महाराष्ट्र की एक महिला सहित चार आरोपी ‘बिच्छू गैंग’ का हिस्सा हैं।
बड़ौदा जाने से पहले रात 11 बजे पेटलावद से बदली गाड़ी, फिर भी पकड़ा गए
इस मामले में मप्र के झाबुआ जिले के पेटलावद का भी कनेक्शन सामने निकलकर आ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बिच्छू गैंग के यह सभी लोग पहले पेटलावद आए और यहां से इन्होंने अर्जेंट बड़ौदा जाने का कहकर किराए से चलने वाली स्विफ्ट डिजार गाड़ी को बुक किया। इस दरमियान रात के 11 बज रहे थे और श्रद्धांजलि चौक पर किसी होटल पर चाय भी पी। गाड़ी मालिक ने पेटलावद के ही ड्राइवर को गाड़ी लेकर भेज दिया। बताया जा रहा है कि जावरा के किसी व्यक्ति ने इन्हे रानिसिंह जो रतलाम और झाबुआ जिले की सीमाक्षेत्र के बीच में आता है, वहां इन्हे माल को डीलवरी दी। इसके बाद यह किसी दूसरे वाहन से पेटलावद पहुंचे थे और यहां से वे बड़ौदा के लिए निकल गए। इन सभी पर पुलिस के खुफिया तंत्र की पहले से ही नजर थी और इनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी, लेकिन यह सभी इस बात से अनजान थे।
व्हाया झाबुआ होते हुए गुजरात की सीमा में घुसे थे यह लोग
जानकारी के मुताबिक यह सभी पेटलावद से निकलकर व्हाया झाबुआ होते हुए गुजरात की सीमा में घुसे, लेकिन इस बीच मप्र की पुलिस ने इन्हे पकड़ना तो दूर रोककर पूछताछ भी नही कर पाई और यह सभी गुजरात की सीमा में प्रवेश कर गए। अब गुजरात पुलिस पूरी तरह से सतर्कता बरती हुई थी और इन्हे बड़ौदा के गोल्डन चौकड़ी टोल टैक्स पर इनकी गाड़ी को हाथ देकर रुकवा लिया। यहां चेकिंग के दौरान महिला के पास से लाखो रुपए की ड्रग्स बरामद हुई।
पेटलावद में आधी रात होते ही अन्य जिलों के माफिया होते है सक्रिय
बताया जा रहा है कि पेटलावद को अवैध धंधे करने वाले माफियाओं ने अपने आने जाने के लिए सुरक्षित स्थान मान रखा है। कई होटलों में यह माफिया रात बिताते है और सुबह होते ही या रात में ही अपना ठिकाना बदलकर अपने मुख्य स्थान पर पहुंच जाते है। पुलिस इन होटलों और लाजो की सघन जांच नहीं करती है, जिसके परिणाम इस तरह निकलकर सामने आते है और आधी रात होते ही अन्य जिलों से आए हुए माफियाओं का डेरा पेटलावद में लग जाता है।
अंतर-राज्यीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़
वड़ोदरा पुलिस का दावा है कि इन गिरफ्तारियों के साथ उन्होंने एक अंतर-राज्यीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद नजर रखी कि महिला सहित गिरोह के कुछ सदस्य मध्य प्रदेश की पंजीकरण संख्या वाली चार पहिया वाहन से वडोदरा जा रहे हैं। मामले की तहकीकात के लिए पुलिस अब इन सभी आरोपियों को पेटलावद लेकर भी आएगी।
आरोपियों के कब्जे से 81.04 ग्राम मेफेड्रोन बरामद
एसओजी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि पुलिस ने वडोदरा के बाहरी इलाके में उनके वाहन को रोका और आरोपियों के कब्जे से 81.04 ग्राम मेफेड्रोन (एमडी) बरामद किया। एसओजी ने कहा कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने मध्य प्रदेश के एक होटल से लालू के रूप में पहचाने जाने वाले आपूर्तिकर्ता से ड्रग्स खरीदी थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने रास्ते में पुलिस के रडार में आने से बचने के लिए महिला को साथ चलने को कहा था।
फरार आरोपी की तलाश मं जुटी पुलिस
वडोदरा पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान पार्थ शर्मा, तनवीर हुसैन, शहबाज पटेल और अनामिका के रूप में हुई है। पार्थ शर्मा, तनवीर हुसैन और शहबाज पटेल वडोदरा का रहना वाला है। जबकि अनामिका महाराष्ट्र के ठाणे की रहने वाली है। सभी को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के रतलाम के रहने वाले दवा आपूर्तिकर्ता लालू को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। पुलिस ने पूछताछ के बाद पेटलावद के रहने वाले ड्राईवर को छोड़ दिया गया और उसे गवाह बनाया है।