अम्बेमाता की ज्योत लेकर 25 यात्रियों का जत्था अम्बाजी के लिए हुआ रवाना

- Advertisement -

पिटोल से अंबाजी मंदिर गुजरात के लिए पदयात्रा संघ रवाना, नगर में कई स्थानों पर गणेशजी की मूर्तियां की हुई घटस्थापना

भूपेंद्रसिंह नायक, पिटोल
प्रतिवर्ष अनुसार इस बार भी पिटोल में आज गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर पूरे धूमधाम एवं गाजे बाजे से के साथ पिटोल में अलग.अलग मोहल्लों में सात स्थानों पर बड़ी मूर्तियों की घटस्थापना हुई सर्वप्रथम घट स्थापना से पहले अपने-अपने पांडाल के युवाओं और बच्चों ने मूर्तियों को ढोल एवं पटाखे फोड़ कर नगर में घुमाया और अपने मोहल्ले घट स्थापना की वही आज गणेश चतुर्थी के पावन दिन पर पिटोल से 334 किलोमीटर दूर गुजरात के प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर तक पिटोल के आसपास के गांव के तीन समूह के लोग मातारानी के धर्म मई संगीत वाले रथ एवं धर्म ध्वजा लेकर महिलाएं एवं पुरुष पैदल यात्रा के लिए रवाना हुए। वहीं पिटोल का स्थानीय जय अंबे ग्रुप में 25 लोगों का समूह रवाना हुआ जिसमें 8 मातृशक्ति एवं 17 पुरुष है। वही पिटोल से 5 किलोमीटर दूर गांव नागनखेड़ी के 10 युवाओ की टोली ने भी प्रस्थान किया। पिटोल के समीप गांव खंगेला के टोल डूंगरी फलिया के पचास यात्री मां अंबे की ज्योत एवं रथ लेकर पिटोल नगर भ्रमण कर अंबाजी के लिए प्रस्थान किया। इस माह में नवरात्रि से पहले अत्यधिक लोग मां अंबाजी तक पैदल यात्रा करते हैं जिनके खाने ठहरने एवं स्वल्पाहार की व्यवस्था दाहोद के बाद अंबाजी तक हर दो-तीन किलोमीटर के अंतराल में टेंट पानी की, ठहरने की व्यवस्थाएं रोड के पास में रहने वाले नगर के धार्मिक लोग करते हैं यह पदयात्री रोजाना 50 से 60 किलोमीटर का सफर तय करते हैं एवं वहां पहुंचकर नवरात्रि के लिए मां अंबे की अखंड ज्योत लेकर जो वापस अपने गांव में आते है।
)