1 कड़कनाथ की पॉजिटिव रिपोर्ट और दफन हुए सैकड़ों; जानिए बर्ड फ्लू को जड़ से मिटाने के लिए प्रशासन ने क्या क्या उठाए कदम

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 रितेश गुप्ता @थांदला 

6 जनवरी को भेजी गई कड़कनाथ मुर्गे की बर्ड फ्लू टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद में प्रशासनिक अमला सतर्क हुआ और पॉजिटिव आने वाले कड़कनाथ मुर्गे एवं आसपास के 1 किलोमीटर के रेडिएशन में आने वाले सैकड़ों कड़कनाथ व देसी मुर्गे दफन किए गए। थांदला नगर के ग्राम रुंडीपाडा आशीष मुर्गी पालन केंद्र पर बीती 6 जनवरी को , जब लगातार मुर्गों के बीमार होने एवं मृत होने की खबर मिलने के बाद, एक कड़कनाथ मुर्गे का बर्ड फ्लू टेस्ट करने हेतु भोपाल भेजा गया था, 12 जनवरी देर शाम और उसके बाद हरकत में आया प्रशासन ग्राम रुंडीपाडा पहुंचा । पशु चिकित्सा बोर्ड के उपसंचालक डॉक्टर वेलसन डावर ने बताया कि पीपी ई किट पहने पशु चिकित्सालय कर्मचारी एवं डॉक्टरों ने मुर्गी पालन केंद्र के बच्चे हुए अन्य 775 नर ,मादा एवं चूजे कड़कनाथ व आसपास के क्षेत्र के देसी 24 मुर्गों को बर्ड फ्लू को रोकने के उद्देश्य से शासन के नियमों के तहत एनस्थिया देकर बेहोश किया गया व जिसके बाद नियत स्थान पर जेसीबी की मदद से गहरा गड्ढा कर उसमें उन्हें दफन किया गया। जी हां मात्र एक कड़कनाथ मुर्गे की पॉजिटिव रिपोर्ट के कारण शासन के नियमानुसार तकरीबन 799 कड़कनाथ सहित देशी मुर्गे दफनाए गए। कड़कनाथ मुर्गा पालन केंद्र के संचालक विनोद मेहरा ने यह भी बताया कि उनके यहां पर मुर्गे बीते 10 दिनों से बीमार थे जिनका पशु चिकित्सालय के डॉक्टर द्वारा लगातार इलाज किया जा रहा था परंतु मुर्गों का लगातार बीमार होना व उनकी दिन प्रतिदिन मौत होना चिंता का विषय बनता जा रहा था जिसे देखते हुए पशु चिकित्सालय के डॉक्टर दिवाकर द्वारा सैंपल भोपाल भेजा गया था , जहां से इस कड़कनाथ मुर्गे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई और उसके बाद प्रशासन को उक्त कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा।