शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर ग्रामीण पहुंचे एसडीएम कार्यालय की जमकर नारेबाजी

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ज्ञापन सौंपते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
ग्राम जामली में सरकारी भूमि पर पटवारी से सांठगांठ कर ईंट भट्टे लगाने को लेकर आज पेटलावद एसडीएम कार्यालय पहुंचकर ग्रामीणों ने अवैध ईंट भट्टे हटाने को लेकर नारेबाजी की और ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में जामली के ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम जामली स्थित गोचर कृषि भूमि पर पटवारी ने सांठगांठ कर ईंट भट्टे व्यवसायियों को जमीन दे दी। चूंकि यह शासकीय भूमि गोचर की है और अब ईंट भट्टे के व्यवसायियों इन शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण जमा लिया है।इस शासकीय भूमि पर हरे भरे पेड़ थे जो इन इन भट्टे व्यवसायियों ने काट डाले। कई बार ग्रामीणों ने इसकी शिकायत एसडीएम व तहसीलदार से की लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई इन अवैध ईंट भट्टे व्यवसायियों पर नहीं की गई। इन ईंट भट्टे व्यवसायियों ने समीप स्थिति नदी का भी जमकर दोहन किया और नदी से रेत-पत्थर, गिट्टी भी निकाली। इसी के साथ अवैध अतिक्रमण कारियों ने शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर यह कृषि फार्म बना लिए है और ट्यूबवेल-कुएं खोदकर अपने उपयोग कर रहे हैं। साथ ही साथ अवैध अतिक्रमणकारी शासकीय भूमि से काली मिट्टी को बेच रहे हैं। वही जब ग्रामीण महिलाएं यहां से निकलती है तो अवैध ईंट भट्टे व्यवसायी महिलाओं पर अश्लील फब्तियां कसते हैं और छेड़छाड़ तक कर रहे हैं। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने तहसीलदार व एसडीएम तक को की गई लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोशित ग्रामीण सोमवार को एसडीएम कार्यालय पेटलावद पहुंचे यहां पर जमकर नारेबाजी की। इसके पश्चात ज्ञापन एसडीएम को ज्ञापन देने के लिए इंतजार करते रहे, लेकिन एसडीएम बाहर नहीं आए और उन्होंने तहसीलदार को भेजा। ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपने के बाद एसडीएम कार्यालय में घुस कर अपनी ज्वलंत समस्या बताई। इस दौरान सैकड़ों ग्रामीणों पुरुष-महिलाएं मौजूद थे जिनकी मांग है कि जल्द से जल्द अवैध अतिक्रमणकारियों को शासकीय भूमि पर से हटाया जाए ताकि उनकी पशुओं को चरने के लिए यहां जगह मिल जाए।