शासकीय दुकान पर बिक रही एक्सायरी शराब, लोगों की जान के साथ खुला खिलवाड़

- Advertisement -

अलीराजपुर लाइव के लिए जोबट से सुनील खेड़े की रिपोर्ट
इन दिनो एक तरफ तो शिवराज सरकार के द्वारा शराबबंदी की खबरों के चर्चे जारो पर है वही नगर में शासकीय शराब ठेकेदारों की हिम्मत इस हद तक बढ़ गई है की एक्पायरी हो चुकी शराब बेचने से भी नही डर रहे है। शराब के शौकीनों के शरीर के लिये जानलेवा साबित हो सकने वाली शराब बेखौफ बिक रही है। हाल ही एक मामला जोबट शासकीय शराब दुकान का सामने आया है जहां एक्पायरी हो चुकी शराब बेची जा रही है। मामले की जानकारी लगते ही जोबट के कुछ पत्रकार शराब दुकान पर गये और वहा से एक किंगफिशर बियर खरीदी और पाया की उक्त बियर एक्सपायरी हो चुकी है। जब इस संबंध में दुकान पर बैठे कर्मचारी से सवाल जवाब किया तो दुकानदार का कहना था की हम तो नौकर है सेठ ने जो माल दिया वह बेच रहे हैं। इस पर पत्रकार ने कहा की आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती तो वहा के कर्मचारी ने कहा की हम क्या कर सकते है आप बियर वापस कर दूसरी ले लो, यहां यह बता देना उचित होगा की अन्य प्रकार की शराब को अगर ज्यादा समय हो जाये तो ज्यादा नुकसान दायिक नही होती परन्तु बियर अगर एक्सपायरी हो जाये तो वो पीने वाले के लिये जानलेवा साबित हो सकती है। साथ उक्त शासकीय शराब दुकान पर मौजूदा प्रिन्ट रेट से भी ज्यादा की वसूली की जा रही है जब 145 एमआरपी वाली बीयर के 150 रुपए मांगे गये तो कर्मचारी ने यहा भी पत्रकार से कहा की 150 लगेंगे। वैसे भी किसी भी प्रकार के खाने पीने की वस्तमु के लिये एक्पायरी हो जाने के बाद बेचना कानूनी अपराध है व सेवन करने वाले के लिये जहर का काम करता है जो भी हो पूरी घटना से एक बात तो स्पष्ट हो गई है की शराब ठेकेदारों को अब प्रशासनिक अमले का भी कोई डर नहीं है या फिर पूरी जानकारी होते हुए भी लम्बी सांठगांठ के चलते वे चुपचाप अपनी रोटियां सेक रहे है तथा समय समय पर शासकीय शराब दुकानों की जांच पडताल भी शायद कागज तक सीमित रह गई है। देखने में आया है की कई बार अन्य स्थानों पर जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौते भी हो चुकी है इसके बावजूद जोबट में एक्पायरी हो चुकी शराब धडल्ले से बिक रही है। पत्रकारों द्वारा खरीदी गई उक्त बियर के एक्सपायरी होने व इस पर कर्मचारी के जवाब का कथित वीडियो भी बनाया गया ताकि आबकारी विभाग उक्त शासकीय शराब पर कार्रवाई में किसी भी प्रकार की ढिलाई न कर सके और आबकारी अधिनियम के तहत एक्सपायरी शराब बेचने वाली इस दुकान पर उचित कार्यवाही करे। अब देखना है यह है की एक्सपायरी हो चुकी शराब व प्रिन्ट रेट से भी ज्यादा वसूली करने वाली उक्त शासकीय शराब दुकान पर आबकारी विभाग एवं प्रशासनिक अमला किसी प्रकार की उचित कार्रवाई करता है या लम्बी सांठगांठ व लेनदेन के चलते मामला ठण्डे बस्ते मे डाल दिया जाएगा। मामले को लेकर जब आबकारी आयुक्त सोनकेसरी से मोबाइल पर चर्चा करना चाही तो उनका मोबाइल कवरेज क्षेत्र के बाहर था ।