राष्ट्रीय अजजा आयोग अध्यक्ष के समक्ष कांग्रेस की मांग

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झाबुआ। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, केबिनेट दर्जा एवं आयोग के उपाध्यक्ष रवि ठाकुर, राज्यमंत्री दर्जा से सोमवार शाम को स्थानीय सर्किट हाउस में कांग्रेस जनप्रतिनिधियों ने भेंट की एवं उन्हें जिले में वर्तमान में पानी की समस्या के साथ रोजगार के लिए हो रहे ग्रामीणों के पलायन के साथ शिक्षा तथा स्वास्थ्य की लचर व्यवस्थाओं से अवगत करवाया। जनप्रतिनिधियों में जिला पंचायत एवं जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष कलावती भूरिया, युवा कांग्रेस नेता डॉ. विक्रांत भूरिया, जिला कांग्रेस महामंत्री हेमचंद डामोर, जनपद पंचायत अध्यक्ष शंकरसिंह भूरिया, जनपद सदस्य रतन मेड़ा, पूर्व प्राचार्य एमएल फुलपगारे आदि शामिल थे। इस अवसर पर आरक्षण नीति एवं आदिवासियों के विकास हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ कांग्रेस जनप्रतिनिधियों ने आयोग अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष को बताया कि गर्मी में इन दिनों जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या विकराल रूप ले चुकी है, लेकिन शासन एवं जिले का प्रशासन इस ओर कोई विशेष ध्यान नहीं दे रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अभाव में महिला-
पुरूष एवं बच्चें पलायन को विवश हो रहे है। अंचलों में स्कूलों में शिक्षक नहीं है। जिसके चलते इस बार लोकल परीक्षाओं के परिणाम भी काफी निराशाजनक आए है। छात्रावासों एवं आश्रमों में घटिया सामग्रियों का सप्लाय किया गया है।
प्रधानमंत्री के उज्जैन आने से श्रद्धालुओं को आएगी दिक्कतें
झाबुआ। जिला पंचायत एवं जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष कलावती भूरिया ने बताया कि जब भी किसी कार्यक्रम में व्हीआईपी आते है तो आमजन की फजीहत होती है। पिछले दिनों महू में जब प्रधानमंत्री आए थे, तो आमजन को डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने में दिक्कते आई थी, ऐसे में अब प्रधानमंत्री उज्जैन में सिंहस्थ में आ रहे है और पुलिस एवं प्रशासनिक बल उनकी व्यवस्था में लगने से आम श्रद्धालुओं को दर्शन में दिक्कते आएगी। भूरिया ने बताया कि 14 अप्रैल को भी डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125वीं की जयंती पर प्रधानमंत्री महूं में आए थे। इस दौरान पुलिस एवं प्रशासक का पूरा अमला उनकी व्यवस्था में लगने से आमजन उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने एवं श्रद्धांजलि अर्पित करने से वंचित रह गए थे एवं आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। उन पर लाठी चार्ज किया गया था एवं दुव्यर्वहार किया गया। अब प्रधानमंत्री उज्जैन में आ रहे है तो ऐसे में उनकी व्यवस्था में अमले के लगने से आम श्रद्धालुओं को दिक्कत एवं परेशानी झेलने की बात सुश्री भूरिया ने कहीं। भूरिया ने इस बात पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा है कि जब भी कोई व्हीआईपी कार्यक्रम में आते है, तो आमजन की फजीहत होती है। उनकी देखरेख एवं व्यवस्था के लिए प्रशासनिक अमला मौजूद नहीं रहता है।
प्रधानमंत्री का उज्जैन आना गौरव की बात : दौलत भावसार
जिला भाजपा अध्यक्ष दौलत भावसार ने कांग्रेस की कलावती भूरिया द्वारा जारी उस बयान को हास्यास्पद बताया है जिसमें उन्होंने सिंहस्थ उज्जैन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने पर श्रद्धालुओं को परेशानी के साथ ही फजीहत का जिक्र किया है। भावसार ने कलावती के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री एक आम नागरिक पहले है, बाद मे देश के प्रधानमंत्री है और सिंहस्थ में आना उनकी श्रद्धा का विषय है। प्रदेश के ऐतिहासिक सिंहस्थ पर्व में प्रधानमंत्री के आने से किसी भी प्रकार की लोगों या श्रद्धालुओं को दिक्कते नहीं होगी तथा सरकार ने उनके आगमन को लेकर चॉकचौबंद व्यवस्थायें की है। प्रदेश में आयोजित सिंहस्थ महापर्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आना प्रदेश के साथ ही सिंहस्थ में आए हुए सन्यासियों, विद्वत्जनों महामंडलेश्वरों, साधु संतो एवं श्रद्धालुओं का सम्मान है और लाखों श्रद्धालुजन प्रधानमंत्री के सिंहस्थ पर्व में आने से निश्चित ही गौरवान्वित होंगे। भावसार ने कहा कि 14 अप्रैल को महू में बाबा साहेब आम्बेडकर की जयंती पर पधारे प्रधानमंत्री के आगमन से किसी भी प्रकार की अव्यवस्था आदि का जो आरोप लगाया जा रहा है वह पूरी तरह मनगंढंत एवं सत्यता से परे है।