रक्षक बने भक्षक, सट्टा पकड़ने गए पुलिसकर्मियों ने नागरिको पर भांजी लाठियां

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जितेंद्र राठौड, झकनावदा

यदि रक्षक ही भक्षक बन जाए तो आम जनता किस पर भरोसा करें।
जी हां, मप्र के झाबुआ जिले के पेटलावद विकासखंड के ग्राम झकनावदा में रक्षको के भक्षक बनने की बात उस समय सही साबित हुई जब सट्टा माफियाओं को पकड़ने गई टीम ने उल्टा नागरिको के साथ मारपीट पर उतारू हो गए। यही नही सट्टे के नाम पर आम नागरिको को हिरासत में भी ले लिया, जिससे ग्रामवासियो में आक्रोश व्याप्त है।
दरअसल, रायपुरिया पुलिस द्वारा टीआई कौशल्या चौहान के नेतृत्व में ग्राम में सट्टा चला रहे एक दुकान पर छापामार कार्यवाही की। हालांकि सट्टा माफिया को इसकी भनक लगते ही वह मोके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने वहां सो रहे कुछ लोगो को हिरासत में ले लिया। वहीं एक सट्टा माफिया पुलिस की पकड़ में आया।
आश्चर्यजनक बात तो यह है कि जब पुलिस को देख इकट्ठे हुए ग्रामवासीयो ने ग्राम में कई जगह अवैध शराब और सट्टे चलने की शिकायत की कि झकनावदा अवैध शराब व सटटे का गढ़ बन गया है, जो स्थानीय पुलिस के संरक्षण में होता है तो, पुलिस ने अपनी नाकामयाबी छुपाने के लिए उल्टा ग्रामवासियो को पीटना शुरू कर दिया। देखते ही देखते यहां माहौल गरमा गया।


पुलिस ने किया जख्मी
पुलिस द्वारा मारपीट में एक 90 वर्षीय बुजुर्ग नरसिंह बा घायल हो गए। वे अपनी लाठी के सहारे काम से बाजार जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन पर लाठियां भांजना शुरू कर दी, जिससे वह गिर गए और गिरते ही उन पर एक बाइक भी आ गिरी। वहीं अपने बैंक कामकाज निपटाने के लिए निकले गौरव अग्रवाल भी इसकी चपेट में आ गए। वही भाभर व सोहन गुंडिया के साथ भी मारपीट की गई, जिसमे उन्हें गंभीर चोटें लगी है। लोगो का कहना है कि पुलिसकर्मियों द्वारा यह अमानवीय कृत्य है। पुलिस यहां अपनी मनमानी कर रही है। शराब माफियाओं, सट्टा खाईवालों, अवैध धंधेबाजों को पकड़ने में अपनी सक्रियता नही दिखा रही जिससे इनका अवैध कारोबार खूब फलफूल रहा है। लोगो ने इन पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग भी की।
क्या कहते है जिम्मेदार
मामले को दिखवाता हु जहां भी सट्टा चल रहा है! कार्यवाही की जाएगी।
महेशचन्द्र  जैन, एसपी झाबुआ
ऐसा कुछ नही हुआ है सट्टा पकडने के दौरान लोग भागे तो चोट लगी है! अवैध कारोबार करने वालो पर कार्यवाही होगी
कौशल्या चौहान, टीआई रायपुरिया