यह ख़बर जरूर पढ़िए, क्योंकि लॉटरी के नाम पर आप भी हो सकते है ठगी का शिकार

- Advertisement -

बामनिया, हमारे प्रतिनिधिः बड़े शहरों में लॉटरी के नाम पर पहले ई-मेल भेजकर और अब मोबाइल फोन पर कॉल लाखों रूपयों की ठगी करने वाले संगठित गिरोह ने अब आदिवासी अंचल का रूख कर भोले भाले लोगों को अपना निशाना बना रहे है। एक ऐसे ही गिरोह ने एक यहां एक मोहन पेमा कटारा के साथ इसी तरह की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की लेकिन बैंक मैनेजर की सुझबुझ से उसकी गाढ़ी कमाई ठगों के हाथों में जाने से बच गई।

भाभरापड़ा निवासी मोहन पेमा कटारा को उनके मो. न. 9753023141 पर फोन आए थे। इन फोन में कहा गया था कि वह 25 लाख रूपए की लॉटरी जीत चुके है और इस लक्की इनाम के लिए उन्हें कुछ राशि बैंक खाते में जमा करनी होगी। इसी आधार पर वह 12,500 रूपए जमा करने के लिए बामनिया स्थित बैंक ऑफ बडौदा की शाखा में यह राशि जमा करने के लिए आए थे। रूपए जमा करने के दौरान बैंक मैनेजर को आशंका हुई और फिर उसकी सतर्कता की वजह से मोहन की यह राशि बैंक खाते में जमा नहीं हो सकी।

IMG-20150203-WA0020

दरअसल, मोहन के मोबाइल पर नये नंबर 92303030882483 और 00923478508033 से फ़ोन कर A/C नंबर 00150100009148 में 12500 रूपए जमा करने के लिए कहा गया था। मोहन इस झांसे में आ भी गया था, लेकिन इसी दौरान बैंक मैनेजर को कुछ गड़बड़ी की आशंका हुई और उसकी सतर्कता की वजह से धोखेबाज अपने मंसबूों में कामयाब नहीं हो सकें।

IMG-20150203-WA0012

कैसे-कैसे फ्रॉड
लॉटरी फ्रॉड : इस तरह के फ्रॉड में ठग आपको ई-मेल या फोन पर मैसेज या कॉल करता है और कहता है कि आपको इतने रूपयों की लॉटरी लगी है, उसके लिए आपको खाते से संबंधित जानकारी देनी होगी, आपसे नकद पैसे भी मांगे जाते हैं।

बैंकिंग फ्रॉड : इस तरह के फ्रॉड में यूजर के पास ई-मेल आता है। कहा जाता है कि हम कुछ बदलाव कर रहे हैं, इसलिए आप तुरंत इस लिंक पर क्लिक करके पासवर्ड बदलिए। असल में ये लिंक फिशिंग हैकिंग का होता है, जिससे यूजर के बैंक से जुड़े आईडी-पासवर्ड हैक हो जाते हैं और यूजर के खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं।

इंटरनेशनल और नेशनल फ्रॉड : यूजर को लॉटरी या कुछ पैसों के बदले नौकरी की बात कही जाती है।

इंटरनेट फ्रॉड : इस तरह के फ्रॉड में नाइजीरियन फ्रॉड बहुत ज्यादा है। ऑनलाइन शॉपिंग करवाते हैं और आप तक खरीदी गई वस्तु नहीं पहुंचती। असल में ये ऎसी साइट्स होती, जो हैकर्स बनाते हैं। ये लोग क्रेडिट कार्ड का डाटा चुराते हैं। इसे या तो बेच देते हैं या खुद पैसे चुराते हैं।

कैसे बचें ठगी से

 

  1. केवल उन्हीं साइट्स से शॉपिंग की जाए, जो रेपुटेड हो और पूरी तरह सिक्योर हो।
  2. किसी भी साइट से शॉपिंग करते समय उसकी जांच-परख करें। उस पर दिए गए नम्बरों पर बात करें।
  3. जब भी आप किसी साइट से ट्रांजेक्शन कर रहे हों तो ध्यान रखें की वो वही साइट है या आप बैंक के किसी फेक पेज पर हो।
  4. अपने क्रेडिट कार्ड के पासवर्ड को किसी से शेयर न करें और जो कार्ड पर 3 डिजिट का पिन होता है उसे मिटा दें।
  5. अगर आपके पास कोई भी बैंक से रिलेटेड ई-मेल आता है, जिसमें आपसे बैंक कि डिटेल मांगी जाती है या पासवर्ड देने के लिए कहा जाता है तो तुरंत बैंक से सम्पर्क करें।
  6. मेल पर आने वाले अनचाहे लिंक पर क्लिक न करें।
  7. अगर आपको किसी भी तरह का कोई लॉटरी से रिलेटेड मेल आता है या फोन आता है तो उसे अवॉइड करें।
  8. किसी भी तरह की बैंक से रिलेटेड डिटेल अपनी ई-मेल या फोन में न रखें, अगर आप के लिए ये जरूरी है तो मोबाइल और कंप्यूटर में
  9. एंटीवायरस प्रोग्राम रखें। जब भी फोन का यूज न हो उसे लॉक करें।
  10. किसी भी सोशल साइट पर अपने बैंक से रिलेटेड डिटेल शेयर न करें।

 

सावधानीः

  • एटीएम का पासवर्ड किसी को नहीं बताए।
  • बैंक किसी भी ग्राहक को फोन कर उसका एटीएम कार्ड नंबर नहीं पूछती है।
  • बैंक कभी आपके एटीएम का पिन नंबर भी नहीं जानना चाहती है।
  • कार्ड की वैधता खत्म होने पर बैंक में संपर्क किया जाए।
  • तय समय के पहले कार्ड की वैधता खत्म नहीं होती है।
  • जब तक आप कार्ड में बदलाव करने या नया कार्ड मांगने की सूचना नहीं देंगे उसके पहले बैंक से कोई फोन आपके पास नहीं आएगा।
  • सामान्य पासवर्ड से संचालन नहीं करें जिसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सके। जैसे 1234 या 2468 आदि।
  • अपरिचित या अंजान व्यक्ति को कार्ड कदापि न दें।
  • कार्ड गुम या चोरी होने पर संबंधित बैंक को तुरंत सूचना दें और ब्लॉक करवाएं।
  • एटीएम उपयोग के दौरान अपरिचितों की मदद नहीं लें।