मौन जुलूस निकाला जाएगा, जिला प्रशासन को सोंपेगा जैन समाज ज्ञापन

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झाबुआ। राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा संथारा समाधि जैसी अंतिम आराधना को आत्महत्या का रूप देकर इस पवित्र आराधना को प्रतिबंधित करने के निर्णय से संपूर्ण जैन समाज में आक्रोश व्याप्त है। जैन समाज द्वारा इसे अपनी आराधना पद्धति पर हनन मानते हुए न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय पर पुर्नविचार हेतु जिला प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से माननीय राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं शासन को निवेदन करन हेतु एक विशाल मौन जुलुस स्थानीय राजवाड़ा चैक से प्रातः 10 बजे निकाला जाएगा। इस मौन जुलुस में सकल जैन समाज के चारो संप्रदाय श्वेतांबर, दिंगबर, स्थानकवासी एवं तेरापंथ महासभा के सभी सदस्यगण शामिल हांेगे।
सोमवार को सकल जैन समाज अपने सभी कार्य पूरी तरह से बंद रखेंगे। सभी समाजजन स्थानीय राजवाड़ा चैक पर एकत्रित होंगे। यहां से मौन जुलुस आरंभ होगा। जो लक्ष्मीबाई मार्ग, राधाकृष्ण मार्ग सहित विभिन्न मार्गों से होते हुए कलेक्टोरेट पहुंचेगा।
जैन समाज के प्रतिष्ठान रहेंगे बंद
संथारा के संबंध में दिए गए निर्णय पर असहमति एवं विरोध व्यक्त करने हेतु सकल जैन समाज के सदस्यांे द्वारा अपने-अपने सभी प्रतिष्ठान सोमवार को बंद रखे जाएंगे। साथ ही जैन समाज के सदस्यांे द्वारा संचालित शैक्षणिक संस्थाएं, कल कारखाने एवं अन्य सभी प्रतिष्ठान भी बंद रहेंगे। उक्त निर्णय सकल जैन समाज की बैठक में पदाधिकारियों की उपस्थिति में लिया गया।
कर्मचारी लेंगे अवकाश, अभिभाषक नहीं जाएंगे कोर्ट
निर्णय से असहमत जैन संप्रदाय के सभी कर्मचारी सोमवार को एच्छिक अवकाश लेकर अपना विरोध दर्ज करवाएंगे। साथ ही जिले के सभी जैन संप्रदाय से जुड़े अभिभाषक भी सोमवार को न्यायालयीन कार्य से पृथक रहेगे। जैन समाज के विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थी भी अपने-अपने विद्यालय में अनुपस्थित रहंेगे।
मौन जुलुस में होंगे सभी शामिल
बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार सोमवार को प्रातः 10 बजे से राजवाड़ा चैक से मौन जुलुस निकाला जाएगा। मौन जुलुस में जैन संप्रदाय के चारो समाज श्वेतांबर, दिगंबर, स्थानकवासी एवं तेरापंथ महासभा के सभी सदस्य महिला, बच्चें भी सम्मिलित हेांगे। जुलुस राजवाड़ा से प्रारंभ होकर लक्ष्मीबाई मार्ग, रूनवाल बाजार, थांदला गेट, मेन बाजार, गौवर्धनाथ मंदिर से नेहरू मार्ग होता हुआ कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचेगा। जहां जिला प्रशासन को सकल जैन समाज के वरिष्ठजनों द्वारा महामहिम राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर उक्त निर्णय के संबंध मंे तत्काल कार्रवाई करने का निवेदन किया जाएगा।